टी20 फॉर्मेट के बारे में बात हो और वेस्टइंडीज की टीम और वहां के खिलाड़ियों के बारे में बात न की जाए ऐसा हो नहीं सकता। साल 2012 और 2016 में दो बार टी20 वर्ल्ड कप जीत चुकी वेस्टइंडीज की टीम के एक खिलाड़ी पर भ्रष्टाचार का इलजाम लगाया गया है। इसी खिलाड़ी के दमपर वेस्टइंडीज की टीम ने इन दोनों वर्ल्ड कप के खिताब को अपने नाम किया था। उन्होंने दोनों वर्ल्ड कप के फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। लेकिन अब उसी खिलाड़ी को एंटी करप्शन कोड के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि मार्लोन सैमुअल्स हैं। उन पर सितंबर 2021 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा आरोप लगाया गया था, लेकिन उन्होंने सुनवाई के अपने अधिकार का प्रयोग किया था।
लगाए गए गंभीर आरोप
इस मामले की जांच के लिए एक स्वतंत्र एंटी करप्शन कमिटी का गठन किया गया और उन्होंने सैमुअल्स को अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के एंटी करप्शन कोड के तहत चार अपराधों का दोषी पाया है। आरोप अबू धाबी टी10 के 2019 सीजन से संबंधित हैं और कमिटी मामले में प्रत्येक पक्ष की दलीलों के बाद मंजूरी का फैसला करेगा। सैमुअल्स टूर्नामेंट में कर्नाटक टस्कर्स टीम का हिस्सा थे लेकिन उन्होंने एक भी गेम नहीं खेला। हालांकि, उन्होंने कुछ गंभीर एंटी करप्शन कोड का उल्लंघन किया और उन पर कई आरोप लगाए गए हैं।
इन धाराओं के तहत लिया गया एक्शन
अनुच्छेद 2.4.2, अनुच्छेद 2.4.3, अनुच्छेद 2.4.6 और अनुच्छेद 2.4.7 के अंतरगत सैमुअल्स पर आरोप लगाए गए हैं। यह पहली बार नहीं है कि मार्लोन सैमुअल्स इस तरह के विवाद में फंसे हैं। मई 2008 में, उन्हें 'पैसा, लाभ या अन्य पुरस्कार प्राप्त करने, जो उन्हें या क्रिकेट के खेल को बदनाम कर सकता था' का दोषी पाए जाने के बाद दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था।
यह भी पढ़ें
साल 2023 में इन तीन बड़े खिलाड़ियों ने वापस लिया रिटायरमेंट, बोर्ड के दबाव में लिया फैसला
IND vs IRE: अब इस चैनल पर देखिए भारत बनाम आयरलैंड सीरीज, जानें हेड टू हेड का रिकॉर्ड