जिम्बाब्वे ने नीदरलैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला महज 1 रन से जीतकर सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली है। यह मुकाबला रोमांचक मोड़ पर पहुंचा, होम टीम ने डच टीम के जबड़े से जीत छीनते हुए इसे अपने नाम किया। इसमें सबसे बड़ा योगदान रहा जिम्बाब्वे के स्टार ऑलराउंडर वेस्ले मेधेवरे का जिन्होंने ओपनिंग करते हुए पहले बल्ले से शानदार शुरुआत दी। उसके बाद गेंद से उन्होंने हैट्रिक लेकर एक ऐसा रिकॉर्ड बना दिया जो इससे पहले कभी नहीं हुआ था।
इस मैच में 272 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही नीदरलैंड की टीम यह मुकाबला जीतने की ओर बढ़ रही थी। आखिरी 7 ओवर में टीम को 59 रन चाहिए थे और सात विकेट उसके हाथ में थे। यहां से पासा पलटा वेस्ले मेधेवरे ने जिनके हाथ में गेंद थी 44वें ओवर के लिए। मेधेवरे ने ओवर की पहली तीन गेंदों पर ही ऐसा कर दिखाया कि नीदरलैंड की टीम बैकफुट पर आ गई। उन्होंने पहले एकरमैन को स्टंप आउट किया, उसके बाद निदामुनुरु को उन्होंने बोल्ड कर दिया और आखिरी गेंद पर वैन मीकेरन को भी क्लीन बोल्ड करते हुए उन्होंने हैट्रिक पूरी कर ली। मेधेवरे ने 9 ओवर में 36 रन देकर तीन विकेट झटके।
जिम्बाब्वे के लिए तीसरी हैट्रिक
वनडे क्रिकेट के इतिहास की यह 50वीं हैट्रिक थी वहीं जिम्बाव्वे के लिए यह तीसरी एकदिवसीय हैट्रिक रही। इससे पहले 1997 में इंग्लैंड के खिलाफ जिम्बाब्वे के एड्डो ब्रैंड्स ने हैट्रिक ली थी। फिर 2104 में प्रोस्पर उत्सेया ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस कारनामे को दोहराया था। इन दोनों गेंदबाजों ने भी हरारे में ही ऐसा करके दिखाया था। वहीं मेधेवरे ने भी इसी मैदान पर यह कारनामा किया। इतना ही नहीं मधेवेरे ऐसे पहले गेंदबाज बने हैं, जिन्होंने एसोसिएट नेशन के खिलाफ द्विपक्षीय वनडे सीरीज में हैट्रिक ली है।
इस मैच की बात करें तो टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी जिम्बाब्वे की टीम ने सीन विलियम्स (77) और क्लाइव मडांडे (52) के अर्धशतकों के दम पर 49.2 ओवर में 271 रन बनाए थे। इसके जवाब में नीदरलैंड के लिए मैक्स ओडाउड (81) और टॉम कूपर (74) ने भी अर्धशतक जड़े, लेकिन टीम निर्धारित 50 ओवरों में 270 रन ही बना पाई और 1 रन से मुकाबला हार गई। इससे पहले सीरीज का पहला मैच नीदरलैंड ने तीन विकेट से जीता था। अब यह सीरीज 1-1 की बराबरी पर है। सीरीज का डिसाइडर मुकाबला 25 मार्च को हरारे में ही खेला जाएगा।