क्रिकेट की फील्ड पर कमाल दिखाते हुए एक क्रिकेटर की किस्मत कुछ यूं खुली कि उसके देश की सरकार ने उसे खेल मंत्री बना डाला। जी हां, भारत में मनोज तिवारी जहां पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री हैं और रणजी समेत घरेलू क्रिकेट में जलवा बिखेरते नजर आते हैं। ऐसा ही पाकिस्तान में भी अब देखने को मिला है। पाकिस्तान के स्टार पेसर रहे वहाब रियाज मौजूदा समय में बांग्लादेश प्रीमियर लीग में खुल्ना टाइगर्स के लिए जलवा बिखेर रहे हैं और 6 मैचों में 12 विकेट लेकर अभी टॉप विकेट टेकर हैं। इसी बीच उनके लिए देश से एक बड़ी खुशखबरी भी सामने आ गई है। अब वह देश में खेल मंत्री की कुर्सी संभालेंगे।
हालांकि, आपको यह स्पष्ट कर देते हैं कि वहाब रियाज को शुक्रवार को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का खेल मंत्री बनाए जाने की जानकारी दी गई थी। पाकिस्तान क्रिकेट टीम से लंबे समय से बाहर चल रहे तेज गेंदबाज वहाब रियाज खेल में सक्रिय रहते हुए राजनीति से भी जुड़े हुए हैं। वह बांग्लादेश प्रीमियर लीग के बाद स्वदेश लौटने पर मंत्री पद की शपथ लेंगे। आपको बता दें कि 37 वर्षीय इस खिलाड़ी को पाकिस्तान सुपर लीग की फ्रेंचाइजी पेशावर जाल्मी ने भी इस साल के लिए टीम में बरकरार रखा है और उम्मीद है कि खेल मंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति के बावजूद वह अपने इस कॉन्ट्रैक्ट को पूरा करेंगे।
पंजाब प्रांत के कार्यवाहक मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने शुक्रवार को वहाब की नियुक्ति की पुष्टि करते हुए इसकी जानकारी दी थी। वह अगले तीन से चार महीनों में पंजाब विधानसभा के चुनाव होने तक संभवत: इस पद पर बने रहेंगे। वहाब ने शुक्रवार को एक इंटरव्यू में, पूर्व चीफ सेलेक्टर मोहम्मद वसीम और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रमीज राजा पर उनके, शोएब मलिक और सरफराज अहमद जैसे सीनियर खिलाड़ियों के साथ निष्पक्ष रवैया नहीं रखने का आरोप लगाया था।
कैसा रहा वहाब रियाज का करियर?
वहाब रियाज के करियर की बात करें तो उन्होंने पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व आखिरी बार 2020 में किया था। उन्होंने देश के लिए कुल 27 टेस्ट, 92 वनडे और 36 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। उनके नाम टेस्ट में 83, वनडे में 120 और टी20 इंटरनेशनल में 34 विकेट दर्ज हैं। उन्होंने 2008 में वनडे व टी20 से पाकिस्तान के लिए इंटरनेशनल डेब्यू किया था। इसके बाद 2010 में उन्हें टेस्ट टीम में एंट्री मिली थी। 2011 वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ 46 रन देकर पांच विकेट उनका बेस्ट और यादगार प्रदर्शन रहा था। वह पीएसएल में भी 103 विकेट लेकर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।