एशिया कप 2023 में टीम इंडिया 2 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले से अपने अभियान को शुरू करेगी। इस टूर्नामेंट में सभी की नजरें होंगी टीम इंडिया के दो धाकड़ बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा के ऊपर। यह दोनों खिलाड़ी विपक्षी टीमों से लोहा लेंगे। वहीं आपस में भी कुछ आंकड़ें हैं जिनको लेकर इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के बीच भी मुकाबला होगा। ऐसा ही रिकॉर्ड है एशिया कप के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने का। वैसे तो यह रिकॉर्ड सनथ जयसूर्या के नाम है। लेकिन आगामी टूर्नामेंट में रोहित और विराट दोनों के पास है इस टूर्नामेंट के टॉप स्कोरर बनने का मौका।
रोहित या विराट कौन बनेगा टॉप स्कोरर?
रोहित शर्मा ने वनडे एशिया कप के 22 मैचों की 21 पारियों में 745 रन बनाए हैं। उनके नाम एक शतक और 6 अर्धशतक दर्ज हैं। वहीं विराट कोहली ने वनडे एशिया कप में अभी तक 11 मैचों की 10 पारियों में 613 रन बनाए हैं। अगर टी20 एशिया कप की बात करें तो विराट कोहली ने 10 मैचों की 9 पारियों में 429 रन बनाए हैं। रोहित के नाम टी20 एशिया कप में 9 मैचों की 9 पारियों में 271 रन दर्ज हैं। अगर ओवरऑल बात करें तो विराट कोहली के नाम 1042 रन एशिया कप में दर्ज हैं और रोहित ने इस टूर्नामेंट के इतिहास में 1016 रन बनाए हैं। एशिया कप के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड सनथ जयसूर्या के नाम है जिन्होंने 1220 रन बनाए हैं और यह सभी वनडे एशिया कप में ही आए हैं।
यानी आंकड़े देखकर यह साफ है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों ही सनथ जयसूर्या के रिकॉर्ड से ज्यादा दूर नहीं हैं। कोहली को 200 से भी कम रन चाहिए हैं, वहीं रोहित को 205 रनों की जरूरत है जयसूर्या को पीछे छोड़ने के लिए। अब देखना होगा कि आगामी टूर्नामेंट में कैसा प्रदर्शन इन दोनों खिलाड़ियों का रहता है। विराट कोहली के लिए पिछला टूर्नामेंट शानदार रहा था। उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ शतक लगाया था और यह उनके करियर में करीब 3 साल के इंतजार के बाद आया था। वहीं से विराट ने फॉर्म में वापसी के संकेत भी दिए थे।
रोहित की कप्तानी में जीता था पिछला खिताब
भारतीय टीम कुल 7 बार एशिया कप का खिताब जीत चुकी है। जिसमें से 6 वनडे एशिया कप और एक टी20 एशिया कप के खिताब शामिल हैं। भारत ने आखिरी बार 2018 में एशिया कप जीता था और यह वनडे फॉर्मेट में ही खेला गया था। इस टूर्नामेंट में कप्तानी रोहित शर्मा ने की थी। अब इस बार रोहित फिर से अपनी उस सफलता को दोहराना चाहेंगे। वहीं एक बार फिर से अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को चैंपियन बनाना चाहेंगे। पिछली बार वह विराट कोहली की गैरमौजूदगी में बतौर कप्तान उतरे थे। इस बार वह टीम के नियमित कप्तान के तौर पर उतरेंगे। इस टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया पाकिस्तान और नेपाल के साथ ग्रुप ए में मौजूद है।