IND vs AUS: विराट कोहली का रिकॉर्ड आमतौर पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहद शानदार रहा है। लेकिन मौजूदा सीरीज में जिस तरह से वो खेल रहे हैं या फिर पिछले कुछ दिनों से टेस्ट क्रिकेट में जो उनका फ्लॉप शो रहा है, उसे देखते हुए हर कोई यही कहेगा कि विराट का ऐसा रूप नहीं देखा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 23 मैचों में 1794 रन बनाने वाले कोहली मौजूदा सीरीज की पांच पारियों में सिर्फ 111 रन ही बना पाए हैं। वहीं इतना ही नहीं अगर पिछले एक साल में टेस्ट क्रिकेट में उनके प्रदर्शन की बात करें तो पिछले साल साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने जनवरी 2022 में आखिरी अर्धशतक लगाया था। उसके बाद से इस फॉर्मेट से उन्होंने कप्तानी तो छोड़ी मानो कि फिर उनका फॉर्म ही उनका साथ छोड़ गया। उससे पहले शतक जरूर नहीं निकल रहा था लेकिन उनके बल्ले से रन निकलते थे।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट की 41 पारियों में 7 शतक और पांच अर्धशतक लगाने वाले विराट कोहली मौजूदा सीरीज में एक-एक रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं। कंगारू टीम के दो युवा स्पिनर टॉड मर्फी और मैथ्यू कुहनेमैन ने उनकी नाक में दम कर रखा है। विराट तीन बार इस सीरीज में मर्फी का शिकार बन चुके हैं। हर किसी को उम्मीद थी कि जिस तरह उन्होंने टी20 और वनडे क्रिकेट में अपने पुराने अवतार में वापसी की थी, वैसा ही टेस्ट में भी दिखेगा। लेकिन ऐसा अभी तक नजर नहीं आया है। लगातार विराट शॉट खेलने में गलती कर रहे हैं। दिल्ली टेस्ट में वह दूसरी पारी में स्टंप आउट हो गए तो पहली पारी में भाग्य ने साथ ना दिया। इंदौर में भी उन्होंने खराब शॉट पर अपना विकेट गंवा दिया। स्पिन के आगे उनकी समस्या पिछले कुछ दिनों में बढ़ती ही जा रही है। पिछली सीरीज में मिचेल सैंटनर ने भी उन्हें परेशान किया था।
रेड बॉल क्रिकेट में गिरा विराट का ग्राफ
गौरतलब है कि करीब 1000 दिनों के इंतजार के बाद विराट कोहली ने पिछले साल एशिया कप 2022 में अपने शतक का सूखा खत्म किया था। खास बात यह थी कि टी20 फॉर्मेट में यह शतक आया था। यह उनका पहला टी20 इंटरनेशनल शतक था। इसके बाद वनडे में भी विराट ने वापसी की और बांग्लादेश व श्रीलंका सीरीज में मिलाकर तीन शतक ठोक दिए। हर किसी को यह लग रहा था किंग इज बैक। हर तरफ रनमशीन के फॉर्म में आने पर खुशी थी। पर किसी को एहसास नहीं था कि अभी क्रिकेट के सबसे पुराने फॉर्मेट में विराट का ग्रे पैच जारी रहने वाला है। रेड बॉल क्रिकेट में विराट ने आखिरी शतक नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ लगाया था। उसके बाद से उनके औसत में भी गिरावट आई है।
2011 में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत करने वाले विराट ने 2011 से लेकर 2019 तक 84 मैचों में ही 54.97 की औसत से 7202 रन बना दिए थे और 27 शतक भी ठोके थे। नवंबर 2019 में लगाए गए आखिरी शतक के बाद उनका प्रदर्शन गिरने लगा। इसके बाद कोरोना की भी एंट्री हुई, क्रिकेट पर ब्रेक लगा। मानो विराट के फॉर्म पर भी ब्रेक लग गया था। दुनिया को 1000 से ज्यादा दिनों का समय लगा उनके पुराने रूप को देखने में जो व्हाइट बॉल क्रिकेट में नजर आया। टी20 वर्ल्ड कप में जमकर विराट का बल्ला गरजा। पर टेस्ट क्रिकेट का फॉर्म बद से बदतर होता दिखा। नवंबर 2019 के बाद से विराट ने अब तक कुल 23 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उनकी औसत सिर्फ 25.7 की है। इस दौरान उनके बल्ले से सिर्फ 1028 रन ही निकले हैं जिसमें एक भी शतक नहीं शामिल है। एक समय तीनों फॉर्मेट में राज करने वाले विराट मौजूदा समय में टेस्ट रैंकिंग के टॉप 10 बल्लेबाजों की सूची में भी नहीं हैं। वह 17वें स्थान पर खिसक गए हैं।
क्या एक फॉर्मेट छोड़ देंगे विराट कोहली?
क्रिकेट के मॉडर्न मास्टर के इस गिरते ग्राफ का इशारा कहीं किसी अनहोनी पर तो नहीं। अनहोनी अगर क्रिकेट की भाषा में कहें तो लंबे समय से कई क्रिकेट पंडितों को लगने लगा है कि विराट को अब एक फॉर्मेट छोड़ देना चाहिए। टी20 टीम से वह, रोहित शर्मा और केएल राहुल पहले ही वर्ल्ड कप के बाद से बाहर हैं। वहीं वनडे में उन्होंने फॉर्म में वापसी कर ली थी। टेस्ट क्रिकेट में उनका खराब दौर जारी है। ऐसे में कौन सा एक फॉर्मेट विराट छोड़ेंगे या नहीं छोड़ेंगे यह पूरी तरह उनके ऊपर निर्भर करता है। फिलहाल हर कोई सच्चा क्रिकेट फैन और विराट फैन यही चाहेगा कि व्हाइट बॉल क्रिकेट की तरह रेड बॉल क्रिकेट में भी रन मशीन का बल्ला खामोशी तोड़कर विरोधी टीम के खेमे में घुस कर मारे। इसके लिए कितना इंतजार करना होगा, यह देखने वाली बात होगी।