Virat Kohli IND vs WI : टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दुनिया के स्टार प्लेयर्स में शुमार विराट कोहली आज अपना 500वां इंटरनेशनल मैच खेलने जा रहे हैं। ये मौका उनके लिए बहुत खास होगा। दुनिया में गिने चुने ही ऐसे खिलाड़ी हैं, जो 500 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल पाए हैं। आज विराट कोहली उन चुनिंदा प्लेयर्स में शामिल हो जाएंगे। इस बीच जब कोहली बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरेंगे तो एक नया कीर्तिमान उनका इंतजार कर रहा होगा। ये कीर्तिमान किसी और का नहीं, बल्कि भारत के ही धाकड़ खिलाड़ी रहे वीरेंद्र सहवाग का होगा। इस तोड़ने के लिए कोहली को बहुत बड़ी पारी भी खेलने की जरूरत नहीं होगी, बस कुछ रनों की दरकार होगी। उम्मीद की जानी चाहिए कि वे ऐसा कर जाएंगे।
विराट कोहली 32 रन बनाते ही तोड़ देंगे वीरेंद्र सहवाग का कीर्तिमान
दरअसल विराट कोहली अब तक 110 टेस्ट मैच खेलकर 8555 रन बना चुके हैं। यहां उनका औसत 48.88 का है। वहीं वीरेंद्र सहवाग की बात की जाए तो उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 104 टेस्ट मैच खेलकर 8586 रन बनाए हैं। यहां उनका औसत 49.34 का है। यानी यहां से केवल 32 रन बनाते ही कोहली वीरेंद्र सहवाग को पीछे कर देंगे। हालांकि सहवाग ने कम मैचों में ज्यादा के औसत से इतने रन बनाए थे, लेकिन कोहली भी बहुत ज्यादा पीछे नहीं हैं। ऐसे में अगर उनका बल्ला चला तो ये रिकॉर्ड बहुत ज्यादा दूर नहीं है। वैसे तो विराट कोहली टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में वीरेंद्र सहवाग को पीछे कर चुके हैं। क्योंकि टीम इंडिया के लिए 110 टेस्ट खेलते हुए विराट कोहली 8555 रन बना चुके हैं, वहीं वीरेंद्र सहवाग ने 103 मैचों में 8503 रन बनाए हैं। लेकिन एक मैच वीरेंद्र सहवाग ने साल 2005 में आईसीसी वर्ल्ड इलेवन और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था। इसकी पहली पारी में वीरेंद्र सहवाग ने 76 और दूसरी पारी में सात रन बनाए थे। उस मैच में राहुल द्रविड़ भी वर्ल्ड इलेवन के लिए खेल रहे थे।
विराट कोहली पांच साल से कर रहे हैं विदेश में टेस्ट शतक का इंतजार
खैर अगर ओवरऑल आंकड़ों पर भी नजर डालें तो हम पाएंगे कि अब वहां भी विराट कोहली वीरेंद्र सहवाग से आगे निकल जाएंगे। ये सीरीज का आखिरी मुकाबला होगा, इसलिए इसी मैच में कोहली को ये कीर्तिमान तोड़ना होगा, क्योंकि इसके बाद भारतीय टीम सीधे दिसंबर में टेस्ट मैच खेलेगी, जब साउथ अफ्रीका का दौरा होगा। इतना ही नहीं विराट कोहली से इस मैच में शतक की भी दरकार होगी, क्योंकि उनके बल्ले से करीब पांच साल से विदेशी जमीन पर शतक नहीं आया है। इस सीरीज में उनके हिस्से में केवल एक ही पारी आई और उसमें उनके बल्ले से 76 रन आए, लेकिन इस बार वे इस पारी को बड़ा करना चाहेंगे।