Virat Kohli Fake Fielding: विराट कोहली मैदान में बैटिंग कर रहे हों या फील्डिंग हमेशा चर्चा में होते हैं। मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में कोहली लगातार लंबी और बड़ी पारियां खेल रहे हैं। वह चार पारियों में तीन अर्धशतक लगा चुके हैं और इन तीनों मुकाबलों में भारत को जीत भी मिली। इस योगदान के लिए पूरी दुनिया में विराट की तारीफ में कसीदे पढ़े जा रहे हैं। उन्होंने सुपर 12 स्टेज में बांग्लादेश के खिलाफ हुए मुकाबले में भी मैच जिताऊ अर्धशतकीय पारी खेली लेकिन इस दफा चर्चा उनकी बल्लेबाजी से ज्यादा फील्डिंग की है। वह खबरों में हैं, क्योंकि बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज नुरुल हसन ने उनपर ‘फेक फील्डिंग’ का आरोप लगाया। हैरानी की बात यह है कि भारत के एक पूर्व सलामी बल्लेबाज को यह आरोप सौ फीसदी सही लगता है।
क्या है ‘फेक फील्डिंग’ का पूरा मामला?
दरअसल हुआ यह था कि सातवें ओवर में जब बांग्लादेश लक्ष्य का पीछा कर रहा था, अर्शदीप सिंह ने बाउंड्री के पास से गेंद को पकड़ा और विकेटकीपर दिनेश कार्तिक की ओर थ्रो किया। इस दौरान, लिटन दास और नजमुल हसन शांतो ने दौड़कर दो रन पूरे किए। इस पूरे वाकये के बीच, कोहली कहीं भी पूरी घटना में शामिल नहीं थे, गेंद उनसे काफी दूर थी, उन्होंने गेंद को उठाकर फेंकने का एक्शन किया। इससे बांग्लादेशी बल्लेबाजों को कोई फर्क भी नहीं पड़ा लेकिन बांग्लादेश और पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज के मुताबिक इससे फर्क पड़े या न पड़े यह ‘फेक फील्डिंग’ की श्रेणी में आता है।
क्या कहता है ICC का नियम?
‘फेक फील्डिंग’ के नियम 41.5 के मुताबिक अगर को फील्डर अपने शब्द या काम से बल्लेबाज को धोखा देने या बाधा पहुंचाने की कोशिश करता है तो फील्डिंग कर रही टीम पर जुर्माना लगाया जाएगा।
विराट कोहली के मामले में फील्ड अंपायर ने उनके एक्शन को नहीं देखा। अब इस फैसले को नहीं बदला जा सकता। आईसीसी के नियम के मुताबकि अंपायर के लिए इस घटना को देखना और उसकी एनालिसिस करना जरूरी है पर भारत-बांग्लादेश मैच में यह नहीं हुआ।
सौ फीसदी ‘फेक फील्डिंग’ थी- आकाश चोपड़ा
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर इस मामले में अपने विचार जाहिर किए। उन्होंने कहा, “वह फेक फील्डिंग था, सौ फीसदी था, वो जो थ्रो मारने का प्रयास किया वो अगर अंपायर देखते तो 5 रन की पेनल्टी देनी पड़ती हमका और हमने मैच भी 5 रन से ही जीता। इस बार हम बच गए पर अगली बार से हम ऐसा करते हैं तो अंपायर्स को और सावधान रहना होगा।”