भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली है। वैसे तो इस दौरे पर भेजी सीनियर टीम गई थी लेकिन ज्यादातर युवा खिलाड़ी ही खेलते नजर आए। गेंदबाजी में मोहम्मद शमी पहले से ही ब्रेक पर थे तो सिराज सीरीज शुरू होने से पहले ही स्वदेश लौट गए थे। उसके बाद विराट कोहली और रोहित शर्मा के बल्ले से धमाल देखने की फैंस को उम्मीदें थीं लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पहला वनडे लो स्कोरिंग था तो विराट कोहली बल्लेबाजी क्रम में प्रयोंग होने के चलते उतरे ही नहीं। उसके बाद दोनों वनडे मैचों से उन्हें और कप्तान रोहित शर्मा को आराम दिया गया। रोहित ने तो पहले मैच में अंत में बल्लेबाजी जरूर की लेकिन विराट कोहली ने तो 22 मार्च 2023 को ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद से वनडे मैच में बल्लेबाजी नहीं की है।
अब टीम इंडिया को वनडे क्रिकेट सीधे 30 अगस्त से एशिया कप में खेलना है। इस टूर्नामेंट में 2 सितंबर को टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला मुकाबला खेलेगी। यानी अब सीधे विराट कोहली उस महामुकाबले में ही नजर आएंगे जिसमें आज से पूरे एक महीने का वक्त बाकी है। इस बीच वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज और आयरलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी20 सीरीज से उन्हें आराम दिया गया है। विराट ने आखिरी बार वनडे में 22 मार्च 2023 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में बल्लेबाजी की थी जहां वह 54 रन बनाकर आउट हो गए थे।
एशिया कप से पहले विराट के लिए 163 दिनों का ब्रेक!
अगर 22 मार्च से 2 सितंबर तक जोड़ें तो अब विराट कोहली 163 दिनों बाद ही वनडे क्रिकेट में बल्लेबाजी करेंगे। तकरीबन साढ़े पांच महीनों के अंतराल के बाद एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में सीधे विराट उतरेंगे। यह टीम मैनेजमेंट की क्या रणनीति है, फिलहाल समझ से परे है। वनडे वर्ल्ड कप के साल में वनडे क्रिकेट से इतने लंबे समय तक विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाज को दूर रखना क्या जताता है इसका जवाब शायद सिर्फ हेड कोच राहुल द्रविड़ या कप्तान रोहित शर्मा ही दे पाएंगे। कप्तान रोहित का भी कुछ ऐसा ही हाल है। उन्होंने भी मार्च 2023 के बाद एक ही वनडे खेला जिसमें वह आखिरी में 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए। वनडे क्रिकेट की बिना प्रैक्टिस करे सीधे एशिया कप में उतरना, यह एक अलग ही रणनीति टीम मैनेजमेंट ने अपने दो प्रमुख बल्लेबाजों के लिए अपनाई है।
कपिल देव ने उठाए थे सवाल
टीम मैनेजमेंट की इस रणनीति पर भारत के पूर्व विश्व चैंपियन कप्तान कपिल देव ने सवाल उठाए थे। उन्होंने साफतौर पर कहा था कि , यह दिखाता है कि टीम इंडिया के खिलाड़ियों के अंदर अहंकार आ गया है। उन्हें लगता है कि वह सबकुछ कर सकते हैं। कहीं ना कहीं कपिल देव का यह बयान काफी हद तक सही भी मान सकते हैं। अब अगर इस बयान को गलत साबित करना है तो देखना होगा कि सीधे एशिया कप में उतरते हुए विराट कोहली और रोहित शर्मा कैसा प्रदर्शन करते हैं। बिना वनडे इंटरनेशनल की प्रैक्टिस के उतरते हुए भी अगर यह खिलाड़ी कुछ खास करते हैं तो यह निश्चित ही उनके स्टारडम को साबित कर देगा। वरना यह बयान और सवाल जो उठ रहे हैं सही साबित हो जाएंगे और वर्ल्ड कप से पहले ही टीम इंडिया की रणनीतियों की पोल भी खुल जाएगी।