Vijay Hazare Trophy: विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में सौराष्ट्र का मुकाबला महाराष्ट्र से हुआ। इस मैच की पहली पारी में दो खिलाड़ियों ने जो कारनामा किया उसे टोटल धमाल कह सकते हैं। क्रिकेट मैदान पर ऐसा कम होता है कि एक ही पारी में दो विरोधी टीमों के खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से सबको चौंका दें। अहमदाबाद में खेले जा रहे विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मैच में सौराष्ट्र ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। कप्तान जयदेव उनादकट के इस फैसले को उनके एक गेंदबाज ने सौ फीसदी सही साबित किया। वहीं महाराष्ट्र के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ इस मैच में भी शतकवीर बने। पहले बात गेंद से जलवा बिखरने वाले सौराष्ट्र के गेंदबाज चिराग जानी की।
चिराग जानी ने चटकाए लगातार 3 विकेट
इस खिताबी मुकाबले में चिराग जानी सौराष्ट्र के सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने कुल तीन विकेट चटकाए और ये तीनों विकेट उन्होंने लगातार तीन गेंदों में अपने नाम किए। जानी ने महाराष्ट्र को लगातार तीन गेंदों पर छठा, सातवां और आठवां झटका दिया। इस तेज गेंदबाज ने हैट्रिक विकेट लेकर तय कर दिया कि कप्तान गायकवाड़ की टीम इस अहम मुकाबले में 250 के आंकड़े को पार नहीं कर सकेगी। चिराग जानी ने इस मैच में 10 ओवर में 4.3 की इकॉनमी से 43 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए।
रुतुराज गायकवाड़ ने ठोका टूर्नामेंट का चौथा शतक
महाराष्ट्र के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने विजय हजारे ट्रॉफी 2022-23 में कुल 5 मैच खेले। उन्होंने लीग स्टेज में सर्विसेज, मुंबई, पुडुचेरी और मिजोरम के खिलाफ हुए मैचों में शिरकत नहीं की। लेकिन जब आए तो पूरे धमाके के साथ। गायकवाड़ ने लीग स्टेज में रेलवे के खिलाफ 124 रन की जोरदार पारी खेली। इसके बाद बंगाल के खिलाफ हुए मुकाबले में उन्होंने 40 रन बनाए। अब बारी नॉकआउट मुकाबलों की थी। उत्तर प्रदेश के खिलाफ हुए क्वार्टरफाइनल मैच में रुतुराज तूफान की सवारी करते दिखे। उन्होंने इस मैच में 220 रन बनाए और अंत तक आउट नहीं हुए। उनका तूफान यहीं नहीं थमा, महाराष्ट्र ने सेमीफाइनल में असम का सामना किया। इस मैच में कप्तान गायकवाड़ ने 168 रन की धमाकेदार पारी खेलकर अपनी टीम को फाइनल में पहुंचा दिया।
सौराष्ट्र के खिलाफ अहमदाबाद में जारी खिताबी मुकाबले में रुतुराज को एक छोर से लगातार गिरते विकेटों के कारण दबाव में बल्लेबाजी करनी पड़ी। उन्हें क्रीज पर रुककर बल्लेबाजी करनी पड़ी लेकिन उन्होंने बड़े शॉटों से मुंह नहीं फेरा। रुतुराज ने 131 गेंदों में 108 रन बनाए जिसमें 7 चौकों के साथ 4 छक्के भी शामिल हैं।