ऋषि धवन ने हरफनमौला प्रदर्शन से अगुआई की जिससे हिमाचल प्रदेश ने शुक्रवार को यहां सवाई मानसिंह स्टेडियम में सेमीफाइनल में सेना को 77 रन से हराकर विजय हजारे ट्रॉफी घरेलू वनडे चैम्पियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया, जिसमें उसका सामना तमिलनाडु से होगा।
छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए हिमाचल प्रदेश के कप्तान ने 77 गेंद में 84 रन बनाकर मध्यक्रम के चरमराने के बाद अपनी टीम को वापसी करायी जिससे उन्होंने छह विकेट पर 281 रन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य खड़ा किया। इसके जवाब में सेना की टीम 46.1 ओवर में 204 रन पर सिमट गयी जिसमें धवन ने 8.1 ओवर में 27 रन देकर चार विकेट झटके। इससे पहले धवन को आकाश वशिष्ठ का अच्छ सहयोग मिला।
धवन ने अपनी पारी में नौ चौके और एक छक्का जड़ा जबकि वशिष्ठ ने 29 गेंद में 45 रन की तेज तर्रार पारी में चार चौके और दो छक्के लगाए। हिमाचल प्रदेश ने दिन के दूसरे ओवर में शुभमन अरोड़ा का विकेट गंवा दिया। इसके बाद प्रशांत चोपड़ा (109 गेंद में 78 रन) और दिग्विजय रंगी (59 गेंद में 37 रन) आउट हुए। इससे टीम की शुरूआत धीमी रही जो 22.2 ओवर में 100 रन तक पहुंची।
रन गति तेज करने के प्रयास में हिमाचल ने मध्य के ओवरों में 24 रन के अंदर तीन विकेट गंवा दिये और उसका स्कोर चार विकेट पर 106 रन था। ऑफ स्पिनर राहुल सिंह ने रंगी को आउट किया जबकि निखल गंगटा (16) रन आउट हो गये।
सेना के तेज गेंदबाज दिवेश पठानिया ने फिर अमित कुमार को शून्य पर आउट कर दिया जिससे हिमाचल की टीम मुश्किल में थी। लेकिन धवन ने टीम को संभाला और चोपड़ा के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिये 88 रन की साझेदारी निभायी। चोपड़ा हालांकि अच्छी शुरूआत को बड़ी पारी में नहीं बदल सके और 42वें ओवर में आउट हो गये। इसके बाद धवन और वशिष्ठ ने अंतिम ओवरों में 83 रन की मनोरंजक साझेदारी निभायी। धवन अंतिम ओवर में आउट हुए।
तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर धवन ने फिर गेंदबाजी में भी कमाल कर दिया, उन्होंने सेना के पहले दो विकेट- लखन सिंह (07) और मोहित अहलावत (06) के विकेट 36 रन के अंदर 13 ओवर में झटक लिये। वशिष्ठ ने भी फिर अपनी बायें हाथ की स्पिन से 28 रन देकर दो विकेट हासिल कर लिये।
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सेना के कप्तान रजत पालिवाल ने 66 गेंद में 55 रन की अर्धशतकीय पारी से दौड़ बनाये रखा जिससे उन्हें 15 ओवर में 133 रन बनाने थे। लेकिन सिद्धार्थ सक्सेना ने फिर पालीवाल और पुलकित नारंग को आउट कर सेना की उम्मीदों को झटका दिया। सक्सेना ने विकेटकीपर बल्लेबाज देवेंदर लोचाब को आउट किया जिससे सेना ने 41वें ओवर में लगातार दो विकेट गंवा दिये। बाद में धवन ने पुछल्ले बल्लेबाजों को आउट किया और राज बहादुर के रूप में अपना चौथा विकेट झटका।