Highlights
- भारत ने इंग्लैंड में पहली बार वनडे सीरीज किया क्लीन स्वीप
- महिला टीम ने इंग्लैंड में 23 साल बाद सीरीज पर किया कब्जा
- इंग्लैंड के खिलाफ जीते तीनों वनडे
INDW vs ENGW, VIDEO: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने तीन मैचों की वनडे सीरीज में इंग्लैंड का सूपड़ा साफ करते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की। हरमनप्रीत कौर की अगुआई में टीम इंडिया ने लॉर्ड्स के मैदान पर 169 रन के छोटे लक्ष्य का सफलतापूर्वक बचाव किया और 16 रनों से जीत अपने नाम की। भारतीय टीम ने तीसरा वनडे जीतने के साथ ही इंग्लैंड के खिलाफ पहली बार उसी के घर में वनडे सीरीज को क्लीन स्वीप किया। हालांकि शनिवार को खेले गए इस मुकाबले में इंग्लैंड का आखिरी विकेट गिरने के बाद सोशल मीडिया पर एक नया विवाद छिड़ गया और इसमें कई क्रिकेटर भी कूद पड़े।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, इंग्लैंड को जीत के लिए आखिरी 40 गेंदों में 17 रन की दरकार थी जबकि भारत को एक विकेट लेना था। इंग्लैंड की तरफ से चार्लोट डीन और फ्रेया डेविस आखिरी जोड़ीदार के रूप में मैदान पर थीं और दोनों के बीच आखिरी विकेट के लिए 49 गेंदों में 35 रन की साझेदारी हो चुकी थी। उसी समय हरमनप्रीत कौर ने गेंद दीप्ति शर्मा को थमाई और उन्होंने 44वां ओवर डालना शुरू किया। चार्लोट पहली गेंद पर रन लेकर नॉन स्ट्राइकर एंड पर चली गईं जबकि दूसरी गेंद पर डेविस रन नहीं ले पाई। इसके बाद तीसरी गेंद पर दीप्ति ने गेंदबाजी के दौरान क्रीज से बाहर निकल चुकीं चार्लोट को नॉन स्ट्राइकर एंड पर रन आउट कर दिया, जिसे थर्ड अंपायर ने भी सही ठहराया और भारत जीत दर्ज करने में सफल रहा।
क्या कहता है नियम
आईसीसी ने इसी साल कई नए नियम बनाए जिसमें नॉन स्ट्राइकर एंड पर रन आउट करना भी शामिल है। इस नियम के अनुसार एमसीसी का अनुच्छेद 41.16.1 कहता है कि यदि नॉन स्ट्राइक बैटर किसी भी समय गेंदबाज द्वारा गेंद फेंकने से पहले क्रीज छोड़ता है और वह गेंदबाज नॉन स्ट्राइक पर उसे रन आउट करता है, तो उसे आउट दिया जाएगा और यह रन आउट की श्रेणी में आएगा।
पढ़े आईसीसी का नियम 41.16.1
क्यों हुआ विवाद?
दीप्ति ने जो किया वो आईसीसी के नए नियम के तहत सही है, लेकिन स्टुअर्ट ब्रॉड, सैम बिलिंग्स और जेम्स एंडरसन समेत इंग्लैंड के कई क्रिकेटरों ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताया है। हालांकि भारतीय क्रिकेटरों खासकर वीरेंद्र सहवाग ने भी पलटवार करते हुए उन्हें नियम को पढ़ने की हिदायत दे दी।