रविचंद्रन अश्विन अक्सर अपने क्रिकेटिंग सेन्स और मैदान पर अपनी चालाकी के लिए मशहूर रहते हैं। कुछ सालों पहले आईपीएल में अश्विन ने जोस बटलर को नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर रन आउट यानी मांकडिंग करते हुए आउट किया था। इसके बाद उन्होंने इसको लेकर काफी सुर्खियां बटोरीं। मांकडिंग वहां से इंटरनेशनल मुद्दा बना। हाल ही में आईसीसी को भी इसे लीगल विकेट बताना पड़ा था। जब भी मांकडिंग की बात होती है आज भी अश्विन सबसे पहले याद आते हैं। ऐसा ही कुछ एक बार फिर से हुआ है। जो शायद पहली बार ही क्रिकेट फील्ड पर हुआ। दरअसल एक ही गेंद पर दो बार रिव्यू लिया गया। पहले बल्लेबाज ने अंपायर के फैसले को रिव्यू किया। उसके बाद जब थर्ड अंपायर ने फैसला बदला तो फिर से अश्विन ने उनके फैसले के खिलाफ रिव्यू ले डाला।
यह वाकिया काफी चर्चा में है। यह देखने को मिला बुधवार को तमिलनाडु प्रीमियर लीग के चौथे मैच के दौरान जहां आमना-सामना हो रहा था रविचंद्रन अश्विन की कप्तानी वाली डिंडीगुल ड्रैगन्स और बाल्सी ट्रिकी के बीच। इस मैच में पहले बल्लेबाजी ट्रिकी की टीम ने की। इसी दौरान 13वें ओवर की आखिरी गेंद थी और गेंदबाजी पर थे अश्विन। सामने बल्लेबाज थे ट्रिकी के राजकुमार। ड्रैगन्स के कप्तान अश्विन ने ऑफ स्टंप के बाहर एक फुल गेंद फेंकी जिसे बल्लेबाज ने कवर ड्राइव खेलने का प्रयास किया। पर गेंद शायद बैट पर या बैट जमीन पर लड़ा जिससे आवाज आई। फील्ड अंपायर ने इसे आउट दे दिया। इसके बाद बल्लेबाज ने पहला रिव्यू लिया।
अश्विन ने DRS के फैसले के खिलाफ लिया रिव्यू
थर्ड अंपायर ने बल्लेबाज के रिव्यू पर देखा और फील्ड अंपायर को अपना फैसला बदलने के लिए कहा। इसके बाद रविचंद्रन अश्विन ने फिर से रिव्यू लिया और फील्ड अंपायर्स से बहस करते भी दिखे। हालांकि, खास बात यह रही कि उनका रिव्यू भी माना गया। इसके बाद थर्ड अंपायर ने दोबारा इसको देखा। फिर भी फैसला बल्लेबाज के ही पक्ष में रहा। इससे एक कंफ्यूजन तो क्रिकेट फैंस के मन से साफ हो गया कि टी20 क्रिकेट में ऐसा भी हो सकता है। आफ अंपायर को पुनर्विचार करन के लिए डबल रिव्यू ले सकते हैं। पर यह इंटरनेशनल क्रिकेट में होगा या नहीं इस पर कोई जानकारी नहीं है। उम्मीद करते हैं जिस तरह से अश्विन का मांकडिंग वाला विकेट आज आईसीसी द्वारा बनाया गया नियम बन चुका है। शायद यह रिव्यू का नियम भी आईसीसी आने वाले दिनों में अपडेट कर दे।
अगर इस मैच की बात करें तो पहले खेलते हुए बाल्सी ट्रिकी ने 19.1 ओवर में सिर्फ 120 रन बनाए थे और पूरी टीम सिमट गई थी। कप्तान अश्विन ने शानदार गेंदबाजी की और 4 ओवर में 26 रन देकर दो विकेट भी झटके। खास बात यह कि उन्होंने एक मेडन ओवर भी फेंका। टी20 क्रिकेट में आमतौर पर मेडन दिखते नहीं हैं। जवाब में डिंडीगुल ने 14.5 ओवर में ही 4 विकेट खोकर 6 विकेट से यह मुकाबला जीत लिया। ओपनर शिवम सिंह ने 30 गेंदों पर 46 रनों की पारी खेली। अंत में 8 गेंदों पर 19 रन बनाकर सुबोध भाटी ने टीम को जीत तक पहुंचाया।