भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलेगी। पहला मैच 17 मार्च को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा, लेकिन इससे पहले ही ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान टिम पेन ने डोमेस्टिक क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। वह अपने खेल से कम बल्कि विवादों की वजह से चर्चा में ज्यादा रहे। उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरफ से तीनों ही फॉर्मेट में क्रिकेट खेला।
टिम पेन ने लिया संन्यास
शेफील्ड शील्ड ट्रॉफी में क्वींसलैंड और तस्मानिया के मैच के बाद टिम पेन ने संन्यास का ऐलान किया। उनकी गिनती ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन विकेटकीपर्स में होती है। स्टीव स्मिथ के कप्तानी से हटने के बाद वह ऑस्ट्रेलिया के 46वें कप्तान बने थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए साल 2010 में लॉर्ड्स में पाकिस्तान के खिलाफ डेब्यू किया था। टेस्ट मैचों में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 92 रन था।
18 साल लंबे करियर पर लगा पूर्ण विराम
होबार्ट में जन्में टिम पेन ने साल 2005 में घरेलू क्रिकेट में तस्मानिया की टीम के लिए डेब्यू किया था। इसके बाद वह 18 सालों तक इस टीम से खेलते रहे हैं, लेकिन क्वींसलैंड के खिलाफ मैच ड्रॉ होने के बाद संन्यास की घोषणा की। उन्होंने घरेलू क्रिकेट के 154 मैचों में 6490 रन बनाए हैं, जिसमें उन्होंने तीन शतक लगाए हैं। वहीं, उनका औसत 29.63 रहा है। सेक्सटिंग विवाद में फंसने के बाद उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी गंवानी पड़ी थी। उनके बाद पैट कमिंस को कप्तान बनाया गया था।
ऑस्ट्रेलिया के लिए खेले तीनों ही फॉर्मेट
टिम पेन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 82 इंटरनेशनल मुकाबले खेले, जिसमें 35 टेस्ट, 35 वनडे और 12 टी20 शामिल हैं। इन 82 मैचों में उन्होंने 2400 से ज्यादा रन बनाए हैं जिसमें 1534 रन टेस्ट में, 890 रन वनडे और 82 रन टी20 क्रिकेट करियर में बनाए हैं, लेकिन पेन इंटरनेशनल क्रिकेट में सिर्फ एक ही शतक लगा पाए।
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