Team India: भारत की टी20 इंटरनेशनल टीम में आने वाले अगले 24 महीनों में कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। 24 महीने हम इसलिए कह रहे क्योंकि अब अगला टी20 वर्ल्ड कप 2024 में अमेरिका में खेला जाना है। इस वर्ल्ड कप के नतीजों के बाद रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे सीनियर खिलाड़ियों को धीरे-धीरे बाहर कर इस फॉर्मेट से दूर करने की खबरें भी चर्चा में आने लगी हैं। वहीं भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
अब दोबारा नहीं नजर आएंगे यह खिलाड़ी?
जानकारी के मुताबिक ऐसा लगता है कि अश्विन और दिनेश कार्तिक ने टी20 फॉर्मेट में अब भारत के लिए अपने आखिरी मुकाबले खेल लिए हैं। जबकि टीम के दो सबसे बड़े खिलाड़ी कोहली और रोहित पर बीसीसीआई ने टी20 इंटरनेशनल भविष्य के बारे में फैसला करने की जिम्मेदारी छोड़ दी है। आपको बता दें कि अगला टी20 विश्व कप अब भी दो साल दूर है और अगर क्रिकेट पंडितों की बात मानें तो हार्दिक पंड्या की अगुआई में नई टीम तैयार करने का प्लान बनाया जा रहा है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि वह लंबे समय तक कप्तानी करने के दावेदार हैं।
संन्यास लेने पर BCCI की तरफ से बयान
बीसीसीआई के एक सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर पीटीआई को बताया, ‘‘बीसीसीआई कभी किसी को संन्यास लेने के लिए नहीं कहता है। यह एक व्यक्तिगत निर्णय है। लेकिन हां 2023 में सीमित टी20 मुकाबलों को देखते हुए अधिकांश सीनियर खिलाड़ी वनडे और टेस्ट मैचों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।’’ सूत्र ने आगे कहा, ‘‘अगर आप नहीं चाहते तो आपको संन्यास की घोषणा करने की जरूरत नहीं है। आप अगले साल ज्यादातर सीनियर खिलाड़ियों को टी20 खेलते हुए नहीं देखेंगे।’’
द्रविड़ ने कोहली-रोहित के भविष्य पर कही ये बात
पीटीआई ने हालांकि जब हेड कोच राहुल द्रविड़ से कोहली और रोहित जैसे सीनियर खिलाड़ियों के भविष्य के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि बदलाव के बारे में बात करना अभी जल्दबाजी होगी। द्रविड़ ने कहा, ‘‘सेमीफाइनल मुकाबले के बाद अभी इसके बारे में बात करना जल्दबाजी होगी। इन खिलाड़ियों ने हमारे लिए शानदार प्रदर्शन किया है। जैसा आपने कहा, हमारे पास इस पर विचार करने के लिए कुछ साल हैं।’’ यह समझा जाता है कि अगले एक साल के लिए टी20 इंटरनेशनल फॉर्मेट को अधिक तवज्जो नहीं मिलेगी क्योंकि भारत अगले साल खुद की जमीं पर होने वाले वनडे विश्व कप से पहले कम से कम 25 एकदिवसीय मैच खेलेगा।
युवाओं को मिलेंगे ज्यादा से ज्यादा मौके
भारत के आगामी कार्यक्रम पर नजर डालें तो पता चलता है कि वनडे विश्व कप तक टीम अगले सप्ताह न्यूजीलैंड में तीन मैच की सीरीज से शुरू होने वाले द्विपक्षीय आयोजनों के रूप में केवल 12 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगी। शुभमन गिल को टीम में शामिल करने और ऋषभ पंत (दौरे के लिए उप-कप्तान) के पारी का आगाज करने से पावरप्ले बल्लेबाजी का समीकरण बदल सकता है। बेहद प्रतिभाशाली पृथ्वी शॉ को भी नहीं भूलना चाहिए जिन्हें कोच के रूप में द्रविड़ के कार्यकाल में बार-बार नजरअंदाज किया जा रहा है।
रोहित और कोहली बहुत बड़े नाम हैं और संभावना है कि बीसीसीआई अपने भविष्य का फैसला उन्हें ही करने देगा। रोहित अभी 35 साल के हैं और दो साल में 37 साल की उम्र में उनके टी20 वर्ल्ड कप 2024 में टीम की अगुआई करने की उम्मीद नहीं है। कार्तिक को मौजूदा टी20 विश्व कप को देखते हुए अल्पकाल के लिए फिनिशर की भूमिका सौंपी गई थी। जहां तक अश्विन की बात है तो पूरे टूर्नामेंट के दौरान वह विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान करने में नाकाम रहे। छह मैच में उनके छह में से तीन विकेट जिम्बाब्वे के खिलाफ आए। उन्होंने इस दौरान 8.15 की इकॉनमी से रन दिए। चोटों से पहले टीम में जगह पक्की करने वाले वाशिंगटन सुंदर को अब अधिक मौके मिलेंगे।
केएल राहुल पर लटक सकती है तलवार
एकमात्र मुश्किल फैसला केएल राहुल को लेकर टीम मैनेजमेंट के सामने है। उनका 120.75 का स्ट्राइक रेट दर्शाता है कि भारतीय टीम में सब कुछ सही नहीं है। राहुल शीर्ष टीमों में एकमात्र सलामी बल्लेबाज हैं जिन्होंने दो मेडन ओवर खेले हैं और बड़े मैच में किसी भी शीर्ष टीम (4 बनाम पाकिस्तान, 9 बनाम दक्षिण अफ्रीका, 9 बनाम इंग्लैंड) के खिलाफ दोहरे अंक में नहीं पहुंच पाए। भारतीय टीम के मेंटल स्ट्रेंथनिंग कोच पैडी अप्टन का कॉन्ट्रैक्ट भी टी20 विश्व कप में अभियान के समापन के साथ खत्म हो गया है। भारतीय टीम के साथ अप्टन के दूसरे कार्यकाल के वांछित परिणाम नहीं मिले हैं क्योंकि टीम एशिया कप और टी20 विश्व कप दोनों में ही खास प्रदर्शन नहीं कर पाई।