IND vs AUS: भारतीय टीम मौजूदा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 में 2-0 से आगे चल रही है। नागपुर और दिल्ली टेस्ट में भले टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज कर ली हो लेकिन अभी भी मंजिल दूर है। अगर कुछ खास मायनों पर ध्यान दें तो 1 मार्च से इंदौर में होने वाला तीसरा टेस्ट टीम इंडिया के लिए जीतना बेहद जरूरी है। अगर तीसरा टेस्ट भी टीम इंडिया अपने नाम कर लेती है तो लगातार चौथी बार बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम कर लेगी। वहीं इसके अलावा दो और ऐसे बड़े पहलू हैं जिसके लिए टीम इंडिया का यह टेस्ट जीतना बेहद जरूरी है।
नागपुर में कंगारू टीम को पारी और 132 रन उसके बाद दिल्ली टेस्ट में 6 विकेट से हराने के बाद टीम इंडिया ड्राइविंग सीट पर जरूर है। पर अभी काम अधूरा है। इंदौर में भी रोहित शर्मा की इस टीम को अपना यह प्रदर्शन जारी रखना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि अगर इंदौर में टीम जीतती है तो लगातार चौथी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी तो जीतेगी ही। साथ ही टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 और आगामी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए भी अपना टिकट पक्का कर लेगी। जी हां, यानी इंदौर में एक जीत से टीम इंडिया को ट्रिपल फायदा होने वाला है।
कैसे बनेगी टीम इंडिया टेस्ट में नंबर 1?
भारतीय टीम मौजूदा समय में वनडे और टी20 दोनों में नंबर 1 पर काबिज है। अब टीम के पास टेस्ट क्रिकेट में भी नंबर 1 बनने का मौका है। मौजूदा टेस्ट रैंकिंग में ऑस्ट्रेलिया नंबर 1 और भारत नंबर 2 पर काबिज है। ऑस्ट्रेलियाई टीम के 126 रेटिंग पॉइंट्स हैं और भारत के 115 अंक हैं। टीम इंडिया अभी सीरीज में 2-0 से आगे चल रही है और अगर वह इंदौर टेस्ट जीत जाती है तो उसके 121 रेटिंग पॉइंट्स हो जाएंगे और ऑस्ट्रेलिया के अंक गिरकर 119 तक पहुंच जाएंगे। यानी इस तरह से तीनों फॉर्मेट में भारतीय टीम नंबर 1 बन जाएगी।
WTC फाइनल का मिलेगा टिकट
इंदौर की जीत से टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल का भी टिकट मिल जाएगा। मौजूदा समय में ऑस्ट्रेलिया WTC टेबल में 66.67 विनिंग पर्सेंट के साथ टॉप पर है। वहीं टीम इंडिया दूसरे स्थान पर 61.66 के साथ मौजूद है। इंदौर टेस्ट में जीत के साथ टीम इंडिया अपनी जगह फाइनल के लिए पक्की कर सकती है। अभी भारत और ऑस्ट्रेलिया के अलावा श्रीलंका भी फाइनल की रेस में बनी है। अगर भारतीय टीम आखिरी दोनों मैचों में ऑस्ट्रेलिया को हरा देती है और उधर श्रीलंका न्यूजीलैंड के दौरे पर दोनों टेस्ट जीतती है, तो कंगारू टीम फाइनल की रेस से बाहर भी हो सकती है। यानी यहां से कम से कम एक मैच जीतना ऑस्ट्रेलिया के लिए बेहद जरूरी है। वहीं टीम इंडिया चाहेगी कि 7 जून से 11 जून तक लंदन के केनिंग्टन ओवल में होने वाले फाइनल में उसका सामना श्रीलंका से हो।