Highlights
- भारतीय टीम के मिडिल ऑर्डर के साथ कई दिक्कतें
- हार्दिक पंड्या की कंसिस्टेंसी पर सवाल
- ऋषभ पंत ने अपने प्रदर्शन से किया निराश
Team India Middle Order Problems: टीम इंडिया ने टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी को अमली जामा पहनाने के इरादे से एशिया कप में शिरकत किया था। मैनेजमेंट और बीसीसीआई के थिंक टैंक को उम्मीद थी कि एशिया कप के बाद उन्हें एक सेटल्ड टीम मिलेगी। सेलेक्शन से पहले उन्हें अक्टूबर नवंबर में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को जिताने वाले तमाम खिलाड़ी मिल जाएंगे। लेकिन हुआ इसके उल्टा। आज की तारीख में उनके सामने जवाब से ज्यादा सवाल हैं।
एशिया कप के बाद भारत का मिडिल ऑर्डर सवालों के घेरे में
भारत ने ग्रुप स्टेज में पाकिस्तान और हांगकांग के खिलाफ जीत दर्ज की लेकिन सुपर 4 में पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ दबाव के पलों में बिखर गई। टॉप ऑर्डर में केएल राहुल की स्लो स्ट्राइक रेट से मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाजों पर तेजी से रन बनाने का दबाव बढ़ा लेकिन वे भी इसे संभाल नहीं सके।
टी20 वर्ल्ड कप के लिए पंत के नाम पर मुहर लगाना आसान नहीं
एशिया कप के बाद भी मिडिल ऑर्डर में टीम की मुश्किलें कम नहीं हुई। दिनेश कार्तिक को शुरुआती मैचों में खेलने का मौका मिला लेकिन उन्हें 10 से भी कम गेंदों का सामना करने को मिला। दो मैच के बाद उनकी जगह टीम में ऋषभ पंत को शामिल किया गया पर इससे स्थिति सुधरने की जगह और बिगड़ गई। पंत ने चार मैच की तीन पारियों में सिर्फ 51 रन बनाए। पंत के प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनने के बाद भारत को सुपर फोर राउंड में लगातार दो हार मिली और टीम फाइनल की रेस से बाहर हो गई। टेस्ट मैचों में अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से टीम को कई यादगार जीत दिलाने वाले पंत इस फॉर्मेट में अब तक अपने कद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं। ऐसे में टी20 वर्ल्ड कप के लिए सेलेक्शन के दौरान सेलेक्टर्स को उनके नाम पर मुहर लगाने में तकलीफ हो सकती है।
हार्दिक की कंसिस्टेंसी सवालों के घेरे में
ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या भी शुरुआती मैच में पाकिस्तान के खिलाफ अपने मैच जिताऊ प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहे। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में नाबाद 33 रन बनाए और तीन विकेट भी लिए पर इसके बाद वे लगातार संघर्ष करते दिखे। उन्होंने एशिया कप में तीन मैच में सिर्फ 50 रन बनाए। ऐसे में टी20 वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली दो सीरीज में सेलेक्टर्स उनसे कंसिस्टेंट परफॉर्मेंस की उम्मीद करेंगे।
टी20 वर्ल्ड कप के लिए जडेजा का विकल्प ढूंढने की चुनौती
टी20 वर्ल्ड कप के लिए मिडिल ऑर्डर में दीपक हुड्डा के रूप में टीम के पास अच्छा विकल्प है। बॉलिंग डिपार्टमेंट में रवींद्र जडेजा की गैरमौजूदगी से भारतीय टीम को झटका लगेगा। हालांकि गेंदबाजी में अक्षर पटेल उन्हें रिप्लेस कर सकते हैं लेकिन बल्ले से वह टीम को जडेजा की तरह शायद मजबूती नहीं दे सकते। जडेजा आखिरी ओवरों में बड़े शॉट खेलने के साथ टीम की जरूरत के मुताबिक मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी भी कर सकते हैं उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ चौथे नंबर पर बेहतरीन 35 रन बनाकर टीम को मुश्किल परिस्थिति से बाहर निकाला था।