भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट में 9 विकेट से करारी हार झेलनी पड़ी है। जहां नागपुर और दिल्ली में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को तीन दिन के अंदर हराया था। वहीं इंदौर में टीम इंडिया खुद ढाई दिन के अंदर ही हार गई। घरेलू सरजमीं पर पिछले 10 सालों में टीम इंडिया की यह महज तीसरी हार है जबकि यह उसका 45वां टेस्ट मैच था। इतने शानदार घरेलू रिकॉर्ड के बाद इंदौर में मिली यह हार कप्तान रोहित शर्मा को बिल्कुल नहीं हजम होगी। वहीं विरोधी कप्तान स्टीव स्मिथ बेहद खुश होंगे। उनकी भारत की इन तीन हार में से यह दूसरी जीत है। इससे पहले उनकी ही कप्तानी में 2017 में पुणे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को मात दी थी।
इतना ही नहीं स्टीव स्मिथ ने अपने ऊपर बैन हटने के बाद कप्तानी करते हुए अपना अजेय रिकॉर्ड भी बरकरार रखा है। वैसे तो वह टीम के उपकप्तान हैं। लेकिन जब भी नियमित कप्तान पैट कमिंस अनुपस्थित रहे हैं उस समय स्मिथ ने कप्तानी की है। इंदौर टेस्ट समेत अभी तक तीन मैचों में स्मिथ ने इस तरह कप्तानी की है और उन्होंने तीनों में जीत दर्ज की है। उनका टेस्ट क्रिकेट में कैप्टेंसी रिकॉर्ड भी शानदार है। यह बतौर कप्तान उनका 37वां टेस्ट था जिसमें से 21वीं जीत उन्होंने दर्ज की है। जबकि 10 बार सिर्फ वह अपनी कप्तानी में हारे हैं और 6 मैच ड्रॉ रहे हैं। भारत में भी बतौर कप्तान यह उनकी दूसरी टेस्ट जीत है।
पिछले 10 साल में कब घर पर हारी टीम इंडिया
- 2017- पुणे टेस्ट Vs ऑस्ट्रेलिया (स्टीव स्मिथ कप्तान)
- 2021- चेन्नई टेस्ट Vs इंग्लैंड (जो रूट कप्तान)
- 2023- इंदौर टेस्ट Vs ऑस्ट्रेलिया (स्टीव स्मिथ कप्तान)
भारतीय टीम ने 1 जनवरी 2013 से 1 मार्च 2023 तक अपनी सरजमीं पर कुल 45 टेस्ट मैच खेले हैं। जिसमें से 36 में उसे जीत मिली है और सिर्फ तीन में हार। 6 मुकाबले ड्रॉ भी रहे हैं। इतने भीषण होम रिकॉर्ड के बावजूद जिस तरह से स्टीव स्मिथ की अगुआई में इस ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बाजी पलटी है वो काबिल-ए-तारीफ है। खास बात यह भी है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम इंजरी से परेशान है। डेविड वॉर्नर और जोश हेजलवुड बाहर हैं। पैट कमिंस मां की तबीयत के कारण घर लौट गए हैं। एश्टन एगर और मिचेल स्वैप्सन भी घर लौट चुके हैं। इस कंडीशन में जिस तरह कंगारुओं ने वापसी की है वो दिखाता है कि अभी टीम इंडिया के लिए अहमदाबाद टेस्ट में भी राह आसान नहीं होगी। जबकि मेजबानों के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिहाज से वो मैच जीतना बेहद जरूरी होगा। वहीं ऑस्ट्रेलिया इस जीत के साथ पहली फाइनलिस्ट बन गई है।