भारतीय टीम ने गुरुवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज का आगाज किया। यह मुकाबला टीम इंडिया के लिए बेहद खास था क्योंकि यह था उसका 200वां टी20 इंटरनेशनल मुकाबला। हार्दिक पांड्या की कप्तानी में उतरी युवा टीम ने दमखम तो खूब दिखाया लेकिन अंत में बाजी वेस्टइंडीज ने मार ली। कैरेबियाई टीम ने 4 रनों से यह रोमांचक मुकाबला जीता और भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 17 साल पुराना इतिहास बदल गया। आपको बता दें कि भारत ने 2006 में पहला टी20 इंटरनेशनल खेला था। उसके बाद 2014 में 50वां, 2018 में 100वां और 2021 में 150वां मैच खेला था। उसके बाद 2023 में हार्दिक की कप्तानी में टीम 200वां मैच खेलने उतरी।
17 साल बाद हुआ ऐसा
पर इन सभी मैचों में जो सबसे अलग पहलू रहा वो यह था कि टीम इंडिया ने पहली बार कोई माइलस्टोन मैच यानी पहला, 50वां, 100वां, 150वां मैच जीतने के बाद टीम 200वां मैच हार गई। इससे पहले वीरेंद्र सहवाग की कप्तानी में भारत ने 2006 में पहला टी20 मैच साउथ अफ्रीका को हराकर जीता था। उसके बाद 2014 में एमएस धोनी की कप्तानी में टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर 50वां टी20 इंटरनेशनल जीता। साल 2018 में आयरलैंड के खिलाफ भारतीय टीम 100वां टी20 इंटरनेशनल जीती थी और 2021 में नामीबिया के खिलाफ टीम इंडिया ने 150वां टी20 मैच भी जीता। पर 2023 में 200वें मैच में टीम जीत दर्ज करने में नाकामयाब।
वेस्टइंडीज ने बनाया रिकॉर्ड
वेस्टइंडीज की टीम ने इस मुकाबले में 149 रनों का स्कोर डिफेंड कर लिया। भारतीय टीम को जीत के लिए 150 का लक्ष्य मिला था पर विंडीज की टीम ने टीम इंडिया को 4 रनों से मात दी। टी20 क्रिकेट में भारत के खिलाफ डिफेंड किया गया चौथा सबसे कम स्कोर था। इस मामले में न्यूजीलैंड की टीम टॉप पर है जिसने नागपुर में 2016 में भारत के खिलाफ 126 रन डिफेंड किए थे। वहीं वेस्टइंडीज का भारत के खिलाफ डिफेंड किया गया टी20 इंटरनेशनल में भी यह सबसे कम स्कोर है।
भारत के खिलाफ T20I में डिफेंड किए गए सबसे कम टोटल
- 126/7- न्यूजीलैंड, नागपुर 2016
- 130/5- साउथ अफ्रीका, नॉटिंघम 2009
- 145/7- जिम्बाब्वे, हरारे 2015
- 149/6- वेस्टइंडीज, तरोबा 2023