भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 7 जून से खेला जाएगा। पिछली बार भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल मुकाबले में हार झेलनी पड़ी थी। लेकिन इस साल टीम इंडिया अपना पहला WTC खिताब जीतने के लिए बेताब है। टीम इंडिया के कई खिलाड़ी आईपीएल के खत्म होने से पहले ही इंग्लैंड पहुंच चुके हैं। इन खिलाड़ियों में एक नाम विराट कोहली का भी है। अब विराट कोहली को लेकर एक ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने बड़ा बयान दिया है।
विराट पर करता सब निर्भर
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइकल हसी का मानना है कि अगर भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डब्ल्यूटीसी का फाइनल जीतना है तो विराट कोहली का प्रदर्शन काफी मायने रखेगा। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारत की जीत की संभावना के लिए कोहली के अलावा कप्तान रोहित शर्मा का प्रदर्शन भी काफी महत्वपूर्ण होगा। हसी ने आईसीसी वेबसाइट से कहा कि कोहली से इतर किसी अन्य खिलाड़ी के बारे में सोचना मुश्किल है। उन्होंने (कोहली) निश्चित रूप से खेल के हर फॉर्मेट में शानदार फॉर्म में वापसी की है और उनका और रोहित शर्मा का बल्लेबाजी में प्रदर्शन भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा।
कोहली फिर घातक फॉर्म में
कोहली फिर से अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौट आए हैं और उन्होंने हाल में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की तरफ से लगातार मैचों में शतक जमाए थे। कोहली अपने साथी खिलाड़ी मोहम्मद सिराज के साथ इंग्लैंड पहुंच चुके हैं और फाइनल से पहले कैंट क्रिकेट ग्राउंड पर अभ्यास कर रहे हैं। भारत ने हाल में आस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज में जीत दर्ज की थी लेकिन हसी का मानना है कि डब्ल्यूटीसी फाइनल पूरी तरह से अलग तरह का खेल होगा। उन्होंने कहा कि यह मैच इंग्लैंड में खेला जाएगा और वहां की परिस्थितियां भारत की तुलना में अलग होंगी, इसलिए मुझे लगता है कि तेज गेंदबाजों की भूमिका अहम होगी। हसी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के लिए पैट कमिंस की भूमिका महत्वपूर्ण होगी और जोश हेजलवुड फिर से फिट हो जाते हैं तो यह ऑस्ट्रेलिया के लिए अच्छा होगा।
उन्होंने कहा कि लेकिन भारत के पास भी कई अच्छे गेंदबाज हैं। उनके पास मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी जैसे तेज गेंदबाज, वहीं रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन जैसे स्पिनर हैं। यह विश्वस्तरीय आक्रमण है और ऑस्ट्रेलिया को उनसे पार पाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। हसी ने इस मैच में किसी टीम को जीत के दावेदार के रूप में नहीं चुना। दबाव भारत पर होगा जिसने 2013 के बाद आईसीसी का कोई खिताब नहीं जीता है।