Highlights
- स्कॉटलैंड क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी नस्लवाद में लिप्त
- स्वतंत्र समीक्षा में सही पाए गए आरोप
- 100 से अधिक लोगों ने दिए बयान
T20 World Cup: क्रिकेट जगत को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है। खेल में नस्लवाद को लेकर पिछले कुछ समय से जारी बहस के बीच स्कॉटलैंड क्रिकेट बोर्ड और उसके अधिकारियों को नस्ली प्रकरण में लिप्त पाया गया है। इससे स्कॉटलैंड क्रिकेट के साथ-साथ इस खेल की छवि को भी नुकसान पहुंचा है। स्कॉटिश क्रिकेट बोर्ड द्वारा रविवार को इस्तीफा देने के एक दिन बाद उसके अधिकारियों को संस्थागत नस्लवाद में लिप्त पाया गया है।
सात महीने चली जांच
स्वतंत्र समीक्षा की रिपोर्ट में स्कॉटलैंड के क्रिकेट अधिकारियों, उसके तौर तरीके और लीडरशीप को संस्थागत नस्लवादी माना गया है। स्कॉटलैंड के सबसे सफल गेंदबाज माजिद हक और टीम के उनके पूर्व साथी कासिम शेख के आरोपों पर सात महीने चली जांच के बाद यह समीक्षा सोमवार को प्रकाशित हुई। इसमें पाया गया कि स्कॉटलैंड में क्रिकेट की संचालन संस्था 'क्रिकेट स्कॉटलैंड' संस्थागत नस्लवाद के 31 मापदंड में से 29 में विफल रही। जांच की अगुआई कर रही सलाहकार फर्म ने यह मापदंड तय किए थे।
संस्थागत नस्लवाद के 448 उदाहरण मिले
संस्था बाकी दो परीक्षण में भी आंशिक रूप से सफल रही और संस्थागत नस्लवाद के 448 उदाहरण सामने आए। इस जांच के तहत सैकड़ों लोग सामने आए और उन्होंने अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान 68 व्यक्तिगत मामलों को आगे की जांच के लिए भेजा गया जिसमें 15 लोगों, दो क्लब और एक क्षेत्रीय संघ के खिलाफ नस्लवाद के 31 आरोप भी शामिल हैं। आरोपों में नस्ली उत्पीड़न, अनुचित भाषा का इस्तेमाल, सार्वजनिक स्कूलों में श्वेत बच्चों का पक्ष लेना और चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी शामिल है। इससे पहले इंग्लैंड में भी इसी तरह का प्रकरण सामने आया था।
क्रिकेट स्कॉटलैंड के अंतरिम सीईओ ने मांगी माफी
क्रिकेट स्कॉटलैंड के अंतरिम सीईओ गोर्डन आर्थर ने इस पूरे प्रकरण को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि वह खेल जिसे हम पसंद करते हैं उसमें इस तरह की चीजें नहीं होनी चाहिए थी। मैं उन सभी लोगों से माफी मांगता हूं जो इसके पीड़ित रहे हैं।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में होने वाली आगामी टी20 वर्ल्ड कप में स्कॉटलैंड की टीम भी हिस्सा ले रही है। वह पहले चरण में ग्रुप बी में खेलेगी। इस दौरान उसका मुकाबला आयरलैंड, वेस्टइंडीज और जिंबाब्वे से होगा। हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा कि उसके क्रिकेट बोर्ड में हो रहे इस बड़े बदलाव से खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर कितना असर पड़ता है।
इनपुट: PTI