T20 World Cup 2022 : टीम इंडिया टी20 विश्व कप 2022 से बाहर हो चुकी है। रोहित शर्मा पहली बार किसी आईसीसी टूर्नामेंट में भारतीय टीम की कमान संभाल रहे थे और उनसे उम्मीद थी कि वो भी एमएस धोनी की तरह ही भारत को एक और बार टी20 का खिताब दिलाएंगे। जब भारत ने पहले ही मैच में पाकिस्तान को हराया तो उम्मीदें और भी बढ़ गईं, लगा कि भारतीय टीम इस बार कुछ और करने के इरादे से मैदान में उतरी है। भारतीय टीम ने सुपर 12 के पांच मैचों में से चार मैच जीते और शानदार तरीके से सेमीफाइनल में भी एंट्री की। ऐसा लगा कि अब भारत इस खिताब से ज्यादा दूर नहीं है। लेकिन सेमीफाइनल में इंग्लैंड की टीम ने बुरी तरह से टीम इंडिया को हराया। वैसे तो ये खेल है और हार जीत का सिलसिला चलता ही रहता है। लेकिन किसी ने भी ये नहीं सोचा था कि भारतीय टीम जो बेहतर प्रदर्शन करते हुए यहां तक पहुंची है, वो टीम सेमीफाइनल में करीब करीब एकतरफा मुकाबले में दस विकेट से हार गई। यही बात भारतीय फैंस को बुरी तरह से अखर रही है।
रोहित शर्मा और केएल राहुल ने एक भी मैच में नहीं की 50 रन की पार्टनरशिप
इस बीच सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि टीम इंडिया की हार का आखिर कारण क्या है। दरअसल जब तक टीम इंडिया जीतती रही तो जो कमियां थी, उस पर ज्यादा चर्चा नहीं हुई, लेकिन जब टीम हारी तो उस पर चीजें साफ तौर पर खुलकर सामने आने लगी हैं। अब जब टीम इंडिया दस विकेट से हारी है तो जो कमी थी, वो सामने आ गई है। भारतीय टीम ने टी20 विश्व कप 2022 में कुल छह मुकाबले खेले। सुपर 12 में पांच मैच भारत ने खेले और एक मैच सेमीफाइनल में खेला। लेकिन आपको जानकर ताज्जुब होगा कि टीम इंडिया ने एक भी में पहले विकेट के लिए 50 रन की भी पार्टनरशिप नहीं की। यानी रोहित शर्मा और केएल राहुल किसी भी मैच में मिलकर 50 रन नहीं जोड़ पाए। हर मैच में टीम इंडिया का पहला विकेट पावरप्ले में ही गिर गया। यानी सलामी जोड़ी इस साल के विश्व कप में बुरी तरह से फ्लॉप हुई है। जो कहीं न कहीं हार का कारण बना।
टीम के सभी खिलाड़ियों को नहीं दिया गया मौका
भारतीय टीम की हार का एक बड़ा कारण ये भी रहा कि पिछले करीब साल भर से जो खिलाड़ी खेल रहे थे, उन्हें आखिरी वक्त में टीम इंडिया के लिए टी20 विश्व कप में मौका ही नहीं मिला। जब टीम का सेलेक्शन हुआ, तब वहीं नामी गिरामी और बड़े खिलाड़ी टीम में वापसी करते हुए नजर आ रहे थे। जो खिलाड़ी लगातार आराम फरमा रहे थे और हर एक सीरीज के बाद रेस्ट ले रहे थे, उन्हें ही टीम में फिर से खेला लिया गया। वहीं टीम के सभी 15 खिलाड़ियों को मौका भी नहीं दिया गया। कितने ही खिलाड़ी टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया गए, लेकिन वे टीम के साथ घुमते रहे और अब बिना एक भी मैच खेले भारत वापस आ जाएंगे।