T20 World Cup 2022: ऑस्ट्रेलिया में जारी टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने अब तक 2 मैच खेले और दोनों में उसे जीत मिली। भारत की शुरुआत शानदार रही। उसने पहले मैच में आर्चराइवल्स पाकिस्तान को बेहद रोमांचक मुकाबले में आखिरी गेंद पर शिकस्त दी। मेलबर्न में हुए इस मुकाबले में मिली जीत भारतीय टीम के लिए एक परफेक्ट स्टार्ट थी। रोहित शर्मा एंड कंपनी ने इस सिलसिले को नीदरलैंड के खिलाफ सिडनी में हुए दूसरे मुकाबले में भी जारी रखा। भारत ने इस मैच को बड़ी आसानी से 56 रन से जीता। इन दो जीतों के बाद वह ग्रुप 2 के टेबल में पहले पायदान पर है। टी20 वर्ल्ड कप में भारत इकलौती टीम है जिसके खाते में 4 अंक हैं। यानी वह टूर्नामेंट में शामिल कुल 12 टीमों मे नंबर 1 है।
इन तमाम समीकरणों ने भारत को इस बार वर्ल्ड कप जीतने का सबसे बड़ा दावेदार बना दिया है। इसके अलावा कुछ और ऐसे समीकरण हैं जो टीम इंडिया के वर्ल्ड चैंपियन बनने के संकेत दे रहे हैं, जिन्हें आप कायनात की साजिश भी कह सकते हैं।
भारत ने 2007 वर्ल्ड टी20 में पाकिस्तान से जीता था पहला मैच
टीम इंडिया ने मौजूदा वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ पहला मैच खेला और उसे 4 विकेट से शिकस्त दी। इसी तरह भारत ने 2007 में हुए वर्ल्ड कप में अपनी पहली जीत पाकिस्तान के खिलाफ ही दर्ज की थी। भारतीय टीम ने इस मैच में पड़ोसी मुल्क को बॉल आउट में शिकस्त दी थी। हालांकि 2007 में भारत का पहला मैच स्कॉटलैंड से था जो बारिश के कारण बिना कोई गेंद फेंके रद्द हो गया था।
जिम्बाब्वे ने 2007 की तरह फिर से किया उलटफेर
जिम्बाब्वे ने 2007 वर्ल्ड टी20 में ऑस्ट्रेलिया को उलटफेर का शिकार बनाया था। उसने ग्रुप बी के मुकाबले में कंगारुओं को 5 विकेट से हराया था। इसी तरह टी20 वर्ल्ड कप 2022 में जिम्बाब्वे ने पाकिस्तान को एक रन से हराकर एक बड़ा उलटफेर किया।
2007 की तरह 2022 में पहला वर्ल्ड कप खेल रहा नया भारतीय कप्तान
2007 वर्ल्ड टी20 में एमएस धोनी टीम इंडिया के नए नवेले कप्तान थे जिन्होंने बतौर कप्तान पहले वर्ल्ड कप में टीम की अगुवाई करते हुए जीत दिलाई। इस बार भी स्थिति वैसी ही है। रोहित शर्मा बतौर कप्तान अपना पहला वर्ल्ड कप खेल रहे हैं।
आयरलैंड ने 2011 के बाद 2022 में भी इंग्लैंड को हराया
साल 2011 में हुए टी20 वर्ल्ड कप में आयरलैंड ने इंग्लैंड को 3 विकेट से हराया था। ऑस्ट्रेलिया में जारी वर्ल्ड कप में भी आयरलैंड ने ठीक यही कारनामा किया
जीत के समय अंतराल का सुखद संयोग
भारत ने पहला वर्ल्ड कप 1983 में कपिल देव की अगुवाई में जीता था। इसके बाद अगले 6 वर्ल्ड कप में उसकी झोली खाली रही। 2011 में हुए सातवें वर्ल्ड कप में भारत को दूसरी बार वर्ल्ड चैंपियन की ट्रॉफी को उठाने का मौका मिला। टी20 वर्ल्ड कप के लिए भी ठीक यही संयोग बन रहा है। भारत ने 2007 में विश्व विजेता की ट्रॉफी को उठाया। इसके बाद हुए 6 टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया खाली हाथ रही। ऑस्ट्रेलिया में आयोजित टी20 वर्ल्ड कप सातवां टूर्नामेंट है। समय अंतराल के इस सुखद संयोग का इशारा है कि टीम इंडिया की झोली एकबार फिर आबाद हो सकती है।