Rohit Sharma T20 World Cup 2022: टी20 वर्ल्ड कप के दौरान केएल राहुल अपने खराब प्रदर्शन के लिए लगातार निशाने पर रहे। उनकी आलोचना होती रही। लगातार तीन मैच में ‘आया राम, गया राम’ का खेल खेलने के बाद बांग्लादेश के खिलाफ उन्होंने फिफ्टी लगाई। तब जाकर फोकस शिफ्ट करने का मौका मिला। जब दूसरी ओर देखा तो राहुल से कहीं ज्यादा बुरा हाल कप्तान रोहित शर्मा का नजर आया। उनके बारे में चर्चा शायद सिर्फ इसलिए नहीं हो पाई क्योंकि केएल राहुल की नाकामी हिटमैन के लिए रक्षा कवच के रूप में काम कर रहा था।
पावरप्ले में खस्ताहाल रोहित शर्मा
रोहित शर्मा ने टी20 वर्ल्ड कप में सुपर 12 स्टेज में चार मैच खेले हैं और इन चार पारियों में से तीन में वह पावरप्ले के अंदर आउट हुए। इसे शुरू से समझिए। पाकिस्तान के खिलाफ 23 अक्टूबर को हुए मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में हुए पहले मैच में रोहित ने पावरप्ले में 7 गेंदों में 4 रन बनाए और पवेलियन लौट गए।
नीदरलैंड्स के खिलाफ 27 अक्टूबर को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में हुए दूसरे मैच में उन्होंने पावरप्ले में 16 गेंदों में 16 रन बनाए। इस मुकाबले में भारतीय कप्तान ने 39 गेंदों में 53 रन की पारी खेली।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ 30 अक्टूबर को पर्थ में हुए तीसरे मैच में पावरप्ले में उन्होंने 14 गेंदों में 15 रन बनाए और चलते बने।
बांग्लादेश के खिलाफ 2 नवंबर को एडिलेड ओवल में हुए चौथे मैच में रोहित के बल्ले से 8 गेंदों में सिर्फ 2 रन निकले। एकबार फिर कप्तान ने पावरप्ले में टीम का साथ छोड़ दिया। 15 साल बाद टी20 वर्ल्ड कप जीतने की चाहत रखने वाले टीम के लिए ये आंकड़े डराने वाले हैं।
पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के बाद रोहित का प्रदर्शन
पिछले साल यूएई में हुए टी20 वर्ल्ड कप के बाद रोहित शर्मा ने 30 टी20 इंटरनेशनल मैच की 30 पारियों में 27.60 के औसत से 773 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 5 अर्धशतकीय पारियां खेली हैं और वह 3 बार खाता खोले बगैर पवेलियन लौटे हैं।
रोहित के इन आंकड़ों की तुलना विराट कोहली से कीजिए। कोहली ने अपनी पिछली 15 टी20 इंटरनेशनल पारियों में 7 अर्धशतक लगाने के साथ 1 शतक भी लगा चुके हैं। यह अंतर अर्श से फर्श तक का है। कोई शक नहीं कि मुंबई के बल्लेबाज को जल्द अपनी बल्लेबाजी पर काम करके सही दिशा में आगे बढ़ना होगा।
रोहित-राहुल की कमजोर सलामी साझेदारी
रोहित शर्मा और केएल राहुल पिछले साल हुए टी20 वर्ल्ड कप से अब तक 15 टी20 इंटरनेशनल मैचों में बतौर ओपनर्स मैदान पर उतर चुके हैं। इन दोनों ने मिलकर अब तक महज 32.86 के औसत से 493 रन बनाए जिसमें 1 शतकीय और 3 अर्धशतकीय साझेदारियां शामिल हैं। ये आंकड़े गवाह हैं कि टीम इंडिया की बल्लेबाजी की शुरुआत में बड़ी गड़बड़ी है जिसकी भरपाई विराट कोहली की अगुवाई में मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज कर रहे हैं।