Rohit Sharma IND vs ENG: टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में शुरुआती 6 ओवर्स के पावरप्ले में आउट नहीं हुए। टी20 वर्ल्ड कप की 6 पारियों में यह दूसरा मौका था जब वह क्रीज पर रहते हुए पावरप्ले की दहलीज को लांघने में कामयाब हुए। इस दौरान केएल राहुल दूसरे ओवर में 5 गेंदों में 5 रन बनाकर आउट हुए पर रोहित टिके रहे। ये अच्छे संकेत थे पर हिटमैन ने अपने बल्ले से टीम की कुछ खास मदद नहीं की। वह 27 गेंदों पर 28 रन बनाकर नौवें ओवर में क्रिस जॉर्डन के शिकार बने। मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में रोहित की भूमिका कमोबेश सिर्फ एक कप्तान की ही रही। एडिलेड ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ रोहित के आउट होने के बाद फैंस ने सोशल मीडिया पर उनकी जमकर खबर ली।
रोहित ने मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप की 6 पारियों में 106.42 के स्ट्राइक रेट से 116 रन बनाए और उनका औसत सिर्फ 19.33 का रहा। यानी उनके बल्ले से बहुत कम रन निकले और वह भी बेहद धीमी रफ्तार से। वह नीदरलैंड्स के खिलाफ हुए लीग स्टेज के भारत के दूसरे मैच को छोड़ दें तो बाकी के तमाम मुकाबलों में रन बनाने के लिए संघर्ष करते रहे।
रोहित शर्मा नॉकआउट मुकाबलों में ज्यादातर नाकाम हो जाते हैं। उनसे प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी इसपर सवाल किया गया था। उन्होंने जवाब में कहा था कि एक खिलाड़ी की पहचान साल में एक दो नॉकआउट मैच के आधार पर नहीं की जा सकती। ये जवाब उनके माइंडसेट को बताता है। इसी माइंडसेट के साथ एडिलेड ओवल में उतरे भारतीय कप्तान एकबार फिर से नॉकआउट में खुद को साबित करने का मौका चूक गए, जिसका सोशल मीडिया पर जमकर मजा लिया गया।
टी20 वर्ल्ड कप में केएल राहुल और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी ने औसत से बेहद खराब प्रदर्शन किया। रोहित ने 109 गेंदों में 116 रन बनाए। राहुल ने 106 गेंदों में 128 रन जोड़े। इन दोनों ने मिलकर 113 के स्ट्राइक रेट से 215 गेंदों में 244 रन जोड़े। ये प्लॉट एक बेहद खराब स्क्रीनप्ले का इशारा देता है।
बेशक, इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया का जो हश्र हुआ उसकी जिम्मेदारी इन दोनों को लेनी होगी। इसकी जिम्मेदारी राहुल से ज्यादा रोहित को लेनी होगी क्योंकि वह टीम के कप्तान हैं।