ENG vs PAK Final: टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल मंच पूरी तरह से तैयार है। इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में रविवार को फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। इस मैच के लिए दोनों टीम पूरी तरह से तैयार है। वर्ल्ड कप में दोनों टीमों का सफर काफी एक जैसा रहा। सुपर 12 स्टेज में दोनों टीमों को छोटी टीमों के हाथों हार का सामना करना पड़ा। वहीं दोनों टीमों ने अपने सेमीफाइनल में सुपर 12 के टेबल टॉपर को हराया। इंग्लैंड की टीम शानदर फॉर्म में है। वहीं पाकिस्तान की टीम 30 साल पुराने इतिहास को दोहराना चाह रही है।
पाकिस्तान के साथ किस्मत
कप्तान बाबर आजम की निगाहें रविवार को यहां टी20 विश्व कप फाइनल में फॉर्म में चल रही इंग्लैंड के खिलाफ अपनी टीम को जीत दिलाकर पाकिस्तान क्रिकेट के ‘हॉल ऑफ फेम’ में महान क्रिकेटर इमरान खान के साथ शामिल होने पर लगी होंगी। हालांकि 2009 की चैंपियन का फाइनल तक का सफर किसी रोमांचक ‘स्क्रिप्ट’ से कम नहीं रहा जिसमें वह टूर्नामेंट के पहले हफ्ते में बाहर होने के करीब पहुंच गए थे। जिसमें चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और जिम्बाब्वे से मिली मनोबल गिराने वाली हार का अहम योगदान रहा। लेकिन टूर्नामेंट के दूसरे हफ्ते में पाकिस्तान ने नाटकीय वापसी की और दक्षिण अफ्रीका पर जीत से उम्मीदें बढ़ा दीं।
बाबर के पास इतिहास दोहराने का मौका
पाकिस्तानी प्रशंसकों की दुआओं ने असर दिखाया जिससे फिर 1992 जैसा चमत्कार हुआ और नीदरलैंड ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका को हराकर उलटफेर करते हुए बाहर दिया जिससे पाकिस्तानी टीम सेमीफाइनल में पहुंचने की दौड़ में शामिल हो गयी। पाकिस्तान ने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ बेहतरीन खेल दिखाया और साबित किया कि जब मुकाबला दबाव भरा हो तो वह किसी से कम नहीं ठहरते। अब प्रशंसकों की उम्मीदें बाबर की टीम से 1992 जैसा करिश्मा दोहराने पर लगी हैं।
इंग्लैंड के पास निडर खिलाड़ियों की टोली
इंग्लैंड की टीम का भी इसी आस्ट्रेलियाई सरजमीं पर इतिहास जुड़ा हुआ है। सात साल पहले यानी वर्ल्ड कप 2015 में यहीं पर इंग्लैंड का सफेद गेंद का क्रिकेट तार तार हुआ था जब बांग्लादेश ने उन्हें ग्रुप चरण में टूर्नामेंट से बाहर कर दिया था। इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट (ईसीबी) की तमाम कोशिशों के बाद ही उनके सफेद गेंद के क्रिकेट में बदलाव शुरू हुआ जिससे टीम के खिलाड़ियों के जज्बे में बदलाव आया। भारत के खिलाफ गुरूवार को सेमीफाइनल में उनका यही निडर रवैया साफ देखने को मिला। इंग्लैंड के जोस बटलर, एलेक्स हेल्स, बेन स्टोक्स और मोईन अली जैसे धुरंधरों को पीछे छोड़ने के लिए पाकिस्तान के शाहीन शाह अफरीदी, मोहम्मद वसीम जूनियर और हैरिस रऊफ को प्रेरणादायी जज्बे से अधिक बेहतर प्रदर्शन करना होगा।
इंग्लैंड के टी20 क्रिकेट के इन अनुभवी खिलाड़ियों और टीम के अन्य सभी क्रिकेटरों में पाकिस्तान के 80,000 के करीब दर्शकों को चुप करने की काबिलियत है जैसा उन्होंने एडीलेड में 42,000 भारतीय दर्शकों को निराश कर किया था। क्या अफरीदी इस मैच में वसीम अकरम जैसी गेंदबाजी कर सकते हैं जब बटलर बल्लेबाजी कर रहे हों? या फिर बाबर और रिजवान में बल्लेबाजी में वैसी ही गहराई दिखाने की काबिलियत है जो इमरान खान और जावेद मियांदाद ने 1992 फाइनल में दिखायी थी। बड़े मुकाबलों में हमेशा एक खिलाड़ी आकर्षण का केंद्र बनता है और स्टोक्स 2019 लार्ड्स के प्रदर्शन को दोहराकर फिर से स्टार बनना चाहेंगे।
फाइनल में कैसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार फाइनल में रविवार और सोमवार को ‘रिजर्व डे’ पर बारिश का साया मंडरा रहा है। सामान्य टी20 मैच में न्यूनतम पांच ओवर का मुकाबला कराया जा सकता है लेकिन विश्व कप में तकनीकी समिति ने प्रत्येक टीम के लिए न्यूनतम 10 ओवर का प्रावधान रखा है जिसमें अगर जरूरत पड़ी तो ‘रिजर्व डे’ पर मैच जल्दी शुरू होगा।