Highlights
- दीपक चाहर, मोहम्मद सिराज साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज टीम में शामिल
- कप्तान शिखर धवन ने युवा खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन के लिए किया प्रोत्साहित
- बेहतर प्रदर्शन से चाहर को टी20 वर्ल्ड कप के मेन स्क्वॉड में मिल सकता है मौका- धवन
T20 World Cup 2022 Deepak Chahar: भारतीय तेज गेंदबाज दीपक चाहर टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारत के स्टैंडबाय प्लेयर्स में शामिल हैं। वह गुरुवार को कप्तान रोहित शर्मा की टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया की फ्लाइट में नहीं होंगे। चाहर साउथ अफ्रीका के खिलाफ शिखर धवन की कप्तानी में भारतीय टीम का हिस्सा हैं। यानी गुरुवार को वह लखनऊ के सीरीज के पहले वनडे मैच में मैदान पर नजर आएंगे। इस सीरीज में बढ़िया प्रदर्शन उन्हें टी20 वर्ल्ड कप के शुरू होने से पहले प्रमोशन दिला सकता है। वह ऑस्ट्रेलिया में होने वाले ग्लोबल इवेंट के लिए भारत के मेन स्क्वॉड का भी हिस्सा बन सकते हैं। आम परिस्थिति में ये सोचना मुश्किल हो सकता था पर मौजूदा हालात में सच्चाई तो यही है कि कुछ भी हो सकता है।
चाहर-सिराज के लिए दांव पर टी20 वर्ल्ड कप
साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में भारतीय टीम की कमान शिखर धवन के हाथों में है। वह साफ कहते हैं कि युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करना और अच्छी सलाह देना उनके खेल का एक बड़ा हिस्सा बन चुका है। उनकी मानें तो इस सीरीज में टी20 वर्ल्ड कप के स्टैंडबाय खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का अच्छा मौका मिलेगा। दीपक चाहर और मोहम्मद सिराज के पास चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का यह अच्छा मौका होगा। चाहर स्टैंडबाय खिलाड़ियों में शामिल हैं जबकि मोहम्मद शमी के 15 अक्टूबर से पहले तक मैच फिट नहीं होने की स्थिति में सिराज के पास भी टीम में जगह बनाने का मौका होगा।
धवन ने लखनऊ में गुरुवार को होने वाले सीरीज के पहले वनडे के प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “निश्चित तौर पर यह बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि स्टैंडबाय खिलाड़ियों जितने अधिक मैच खेलने को मिलेंगे उतने अधिक वे तैयार रहेंगे। यदि ये खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और उससे उन्हें मदद मिलेगी। क्या पता उन्हें मौका मिल जाए इसलिए ये खिलाड़ी इस सीरीज को तैयारी के रूप में देख सकते हैं।’’
युवा खिलाड़ियों के लिए मौके ही मौके
साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में राहुल त्रिपाठी, रजत पाटीदार, मुकेश कुमार, शाहबाज अहमद जैसे नए खिलाड़ी भी शामिल हैं और धवन का मानना है कि युवा खिलाड़ियों को इससे आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। धवन का कहना है कि अगर इन युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर गौर किया जाए तो उससे उनके आत्मविश्वास का पता चलता है। उन्हें जितना अधिक खेलने का मौका मिलेगा उतना उन्हें अनुभव मिलेगा और उनका आत्मविश्वास का स्तर बढ़ेगा और वह अपनी गलतियों से सीखेंगे।