भारत में क्रिकेट किसी धर्म से कम नहीं है। करोड़ों लोग क्रिकेट खेलना और देखना पसंद करते हैं। लेकिन कुछ ही खिलाड़ी भारत के लिए क्रिकेट खेलने का गौरव हासिल कर पाते हैं। टीम इंडिया तक पहुंचने के लिए कई खिलाड़ी ऐसे होते हैं जिन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। आज ऐसे ही एक खिलाड़ी के बारे में बात करेंगे जिसने अपने दृड़ संकल्प और मजबूत इरादे से न केवल टीम इंडिया तक का सफर तय किया बल्कि कई बच्चों के सपनों को भी साकार किया है। यह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टी नटराजन हैं।
मां करती थी फास्ट फूट स्टॉल पर काम
भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज टी नटराजन ने दिसंबर 2020 में टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था। नटराजन ने कई मुश्किलों का सामना करने के बाद भारतीय जर्सी पहनी थी। आपको बता दें कि नटराजन का जन्म तमिलनाडु में सलेम के पास एक गांव चिन्नाप्पमपट्टी में हुआ था। उनके पिता एस. थंगारासू एक बुनकर थे जो पावरलूम पर काम करते थे और उनकी मां एक फास्ट-फूड स्टॉल चलाती थीं। लेकिन उन्होंने जी तोड़ मेहनत करके अपने सपने को पूरा किया और ये मिसाल कायम किया कि मेहनत के दमपर किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है।
जो वादा किया उसे निभाया
टी नटराजन का नाम सबसे पहले तब सामने आया जब उन्हें साल 2017 के आईपीएल में किंग्स XI पंजाब ने 3 करोड़ रुपये में खरीदा था। लेकिन नटराजन का सपना और भी बड़ा था, जिसे आज उन्होंने पूरा कर लिया है। नटराजन अपने गांव में एक क्रिकेट एकेडमी खोलना चाहते थे। ताकि कोई भी बच्चा क्रिकेट सीखना चाहे तो उसे मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने अपने गांव में एक क्रिकेट स्टेडियम बनाया है। इसके बाद से सोशल मीडिया पर नटराजन का नाम ट्रेंड कर रहा है। हर कोई उनके बारे में बात कर रहा है।
बड़े खिलाड़ी पहुंचे
टी नटराजन के स्टेडियम के ओपनिंग सेरेमनी में कई बड़े खिलाड़ियों पहुंचे। दिनेश कार्तिक, साईं किशोर, विजय शंकर जैसे खिलाड़ी स्टेडियम के ओपनिंग सेरेमनी में पहुंचें थे। साईं किशोर ने अपने सोशल मीडिया पर तस्वीर भी शेयर की और काफी सुंदर सा कैपशन लिखा। सोशल मीडिया पर लोग नटराजन के इस काम की काफी तरीफ कर रहे हैं।