Syed Mushtaq Ali Trophy: सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2022 अब अपने आखिरी मुकाबले तक आ पहुंची है। जहां एक तरफ मुंबई ने विदर्भ को हराकर फाइनल का टिकट कटाया, वहीं पंजाब को हिमाचल प्रदेश के खिलाफ सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा। हिमाचल ने ये मुकाबला 13 रन से अपने नाम किया।
फाइनल में हिमाचल की टीम
सुमित वर्मा के अर्धशतक के साथ ऋषि धवन के तीन विकेट की मदद से हिमाचल प्रदेश ने शानदार लय जारी रखते हुए गुरुवार को यहां पंजाब पर 13 रन की जीत से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में प्रवेश किया। बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर सुमित ने 25 गेंद में 51 रन की पारी के दौरान तीन चौके और इतने ही छक्के जमाए जबकि आकाश वशिष्ठ ने 24 गेंद में 43 रन की पारी खेली जिसमें चार चौके और 2 छक्के शामिल थे। इससे हिमाचल प्रदेश की टीम ने 7 विकेट पर 176 रन का स्कोर खड़ा किया।
खराब गई गिल की पारी
जवाब में शुभमन गिल ने शीर्ष क्रम में 32 गेंद में 45 रन बनाए जबकि अनमोलप्रीत सिंह (30 रन), मंदीप सिंह (29 रन) और रमनदीप सिंह (29 रन) ने अपनी टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने का भरसक प्रयास किया लेकिन यह कोशिश काफी नहीं रही। इससे पंजाब की टीम 20 ओवर में सात विकेट पर 163 रन ही बना सकी। इसमें हिमाचल के लिए धवन की गेंदबाजी ने अहम भूमिका निभाई जिन्होंने 25 रन देकर सलामी बल्लेबाज अभिषेक वर्मा (01), पुखराज मान (10) और रमनदीप के विकेट झटके। मयंक डागर (27 रन देकर दो विकेट), कंवर अभिनय सिंह (27 रन देकर एक विकेट) और आकाश वशिष्ठ (8 रन देकर एक विकेट) ने भी विकेट चटकाए। 2021-22 विजय हजारे ट्रॉफी की विजेता हिमाचल प्रदेश ने पावरप्ले में 32 रन पर दो विकेट खो दिए थे। लेकिन सुमित और आकाश 23 गेंद में 45 रन बनाकर टीम को 100 रन के स्कोर तक ले गए।
हिमाचल के बल्लेबाजों का कमाल
सुमित 13वें ओवर में सनवीर सिंह का शिकार बने जबकि आकाश ने जिम्मेदारी से खेलते हुए पंकज जायसवाल (27 रन, 16 गेंद, दो चौके, एक छक्का) के साथ 27 गेंद में 47 रन की भागीदारी निभाई और टीम को प्रतिस्पर्धी स्कोर तक पहुंचाया। पंजाब को गिल ने अच्छी शुरुआत कराई जिन्होंने अपनी पारी के दौरान 7 चौके और एक छक्का लगाया। लेकिन उनके पवेलियन लौटने के बाद पंजाब ने 10वें ओवर में 61 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे।
पंजाब की बल्लेबाजी रही खराब
अनमोलप्रीत ने टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने की पूरी कोशिश की लेकिन जब तक वह लय में आए तब तक पंजाब की आधी टीम 15वें ओवर में 103 रन पर पवेलियन पहुंच चुकी थी। कप्तान मंदीप और रमनदीप ने 38 रन की साझेदारी बनाकर उम्मीद जगायी लेकिन तब बहुत देर हो चुकी थी।