सूर्यकुमार यादव ने अपनी बल्लेबाजी से 2022 में भारत ही नहीं पूरी दुनिया में सनसनी फैला दी। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्होंने पूरे साल जिस तरह से बल्लेबाजी की और जैसे शॉट लगाए उसे देखकर तमाम फैंस लगातार हैरान होते रहे। अपने इस शानदार सफर में उन्होंने कई कीर्तिमान भी बनाए। वह 2022 में खेल के सबसे छोटे फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। साथ ही इस साल सर्वाधिक 2 डबल सेंचुरी भी लगाई। इस साल वह अकेले खुद से ही कंपिटीशन में लगे रहे। साल का अंत होते होते उन्हें मैदान में अपने पराक्रम का इनाम भी मिल गया। भारतीय क्रिकेट कंट्रोंल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उनका प्रमोशन कर दिया। वह श्रीलंका के खिलाफ अगले साल तीन जनवरी से शुरू हो रही टी20 इंटरनेशनल सीरीज में नई जिम्मेदारियों के साथ मैदान में नजर आएंगे।
मुझे मेरे प्रदर्शन का मिला इनाम- सूर्या
भारतीय नेशनल सेलेक्टर्स ने भारतीय टी20 टीम में कई बड़े बदलाव किए। उन्होंने हार्दिक पंड्या को भारतीय टी20 इंटरनेशनल टीम का कप्तान बनाया तो सूर्यकुमार यादव को उपकप्तान की जिम्मेदारी दे दी। सूर्या ने अपने इस प्रमोशन पर मंगलवार को कहा कि यह एक सपने जैसा है और वह आगे भी किसी जिम्मेदारी के दबाव के अपना नेचुरल गेम खेलते रहेंगे।
सूर्यकुमार यादव ने सौराष्ट्र के खिलाफ मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी मैच के दूसरे दिन के बाद कहा, "मुझे यह (उपकप्तानी) मिलने की उम्मीद नहीं थी। मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि इस साल मैंने जिस तरह से प्रदर्शन किया यह उसका इनाम है। इसे हासिल करने के बाद अच्छा महसूस कर रहा हूं और मैं आगे बढ़िया प्रदर्शन करने की उम्मीद करता हूं।"
सूर्या को पिता से चला अपने प्रमोशन का पता
सूर्या को टीम में मिले अपने प्रमोशन का पता पहली बार तब चला जब उनके पिता ने उन्हें टीम लिस्ट फॉरवर्ड की। इस लिस्ट को देखकर वह यकीन नहीं कर सके। सूर्या ने कहा, "मुझे इसकी जानकारी अपने पिता से मिली जो हमेशा सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं। उन्होंने मुझे लिस्ट भेजने के साथ एक छोटा सा मैसेज भी भेजा- 'तुम दबाव मत लेना और अपनी बैटिंग को एंजॉय करो।' इसके बाद मैंने थोड़ी देर अपनी आंखों को बंद किया और खुद से पूछा 'क्या यह एक सपना है'?"
मैं सोचने का काम होटल में छोड़कर आता हूं- सूर्या
जब सूर्या से पूछा गया कि क्या इस जिम्मेदारी से आप पर दबाव बढ़ेगा, उन्होंने कहा, "मुझपर हमेशा जिम्मेदारी और दबाव रहता है। मैं अपने खेल को एंजॉय करता हूं और कोई एक्स्ट्रा प्रेशर को कभी कैरी नहीं करता। मैं सोचने का काम होटल रूम और नेट्स में छोड़कर आता हूं। जब मैं बल्लेबाजी कर रहा होता हूं तब सिर्फ उसका आनंद लेता हूं।"