सूर्यकुमार यादव सुर्खियों में हैं। उन्हें आईसीसी ने टी20 क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड देने के लिए चुना है। साल 2022 में उन्होंने 31 टी20 इंटरनेशनल मैच में 46.56 के औसत से 1156 रन बनाए जिसमें 2 शतक और 9 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने ये पूरा कारनामा 187.43 की असाधारण इकॉनमी से किया। उनकी जिस खासियत ने सबका ध्यान खींचा वह है मैदान पर 360 डिग्री पर खेलने की उनकी काबिलियत। इसकी वजह से फैंस के साथ-साथ तमाम दिग्गज भी उन्हें हर फॉर्मेट में मौका देने की मांग करते रहे हैं। सूर्या को खेल के हर फॉर्मेट में खिलाने की पैरवी करने वालों में नया नाम भारत के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना का जुड़ा है।
सुरेश रैना ने की सूर्या को तीनों फॉर्मेट में खिलाने की मांग
सुरेश रैना का मानना है कि सूर्या को खेल के तीनों प्रारूपों में खासकर टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका दिया जाना चाहिए। हालांकि उन्होंने अभी तक वनडे क्रिकेट में अपनी पकड़ नहीं बनाई है। सूर्यकुमार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर में 9 फरवरी से शुरू होने वाले पहले दो टेस्ट के लिए भारत की 17 सदस्यीय टेस्ट टीम में पहले ही शामिल किया जा चुका है।
रैना ने कहा, " जिस तरह से वह प्रदर्शन कर रहे हैं। मुझे लगता है कि उन्हें तीनों प्रारूपों में खेलना चाहिए और उसके बिना तीनों फॉर्मेट का अस्तित्व भी नहीं होना चाहिए। जिस तरह से उन्होंने प्रदर्शन किया, जिस तरह से वह इरादे दिखाते हैं, जिस तरह से वह अलग-अलग शॉट्स की योजना बनाते हैं, वह भी निडर होकर खेलते हैं और जानते हैं कि मैदान का उपयोग कैसे करना है।"
रैना ने की सूर्या को टेस्ट क्रिकेट में आजमाने की मांग
रैना ने जियो सिनेमा पर आगे कहा, "वह मुंबई के खिलाड़ी हैं और लाल गेंद से क्रिकेट खेलना जानते हैं। मुझे लगता है कि उनके पास एक अच्छा मौका है। टेस्ट क्रिकेट खेलने से उन्हें वनडे मैचों में एक और प्रतिष्ठा मिलेगी और साथ ही कुछ स्थिरता भी मिलेगी। वह कई शतक और फिर 200 रन बनाएंगे।"
वनडे फॉर्मेट में सूर्या का औसत प्रदर्शन
हालांकि सूर्या को हर फॉर्मेट में खिलाने के लिए रैना तमाम दलीलें दे रहे हैं। यह वाजिब भी हो सकता है, पर यह भी सच है कि 32 साल का ये बल्लेबाज टी20 की तरह वनडे फॉर्मेट में ज्यादा सफलता हासिल नहीं कर सका है। सूर्यकुमार ने अपने वनडे करियर में अब तक 20 मैच की 18 पारियों में 28.86 के औसत से 433 रन बनाए हैं और उनका स्ट्राइक रेट 102.85 का है। इस दौरान उन्होंने सिर्फ 2 अर्धशतक लगाए हैं। यह औसत दर्जे का प्रदर्शन है। बेशक सूर्या को टेस्ट क्रिकेट में भी मौका मिलेगा पर उसमें सफल होना उनके लिए किसी भी तरह से एक आसान चुनौती नहीं होगी।