Highlights
- सुनील गावस्कर ने किया केएल राहुल का बचाव
- ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद राहुल के समर्थन में सामने आए गावस्कर
- राहुल के आउट होने के प्रोसेस को बताया 'टीम के लिए त्याग'
KL Rahul: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच की टी20 सीरीज में केएल राहुल ने एक अर्धशतक लगाया पर वे अपने प्रदर्शन से किसी को प्रभावित नहीं कर सके। पहले मैच के बाद वे लगातार संघर्ष करते रहे और भारतीय टीम को खराब शुरुआत दिलाकर उसकी मुश्किलों को बढ़ाते रहे। ये किसी भी टीम और उसके फैंस के लिए समस्या खड़ी करने वाली स्थिति है। लेकिन भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज कमेंटेटर सुनील गावस्कर की इस मामले में राय अलहदा है। उन्हें लगता है कि राहुल ठीक वही काम कर रहे हैं जिसकी टीम को जरूरत है।
राहुल पर गावस्कर के बयान को समझना मुश्किल
सुनील गावस्कर का कहना है कि केएल राहुल से जिस चीज की भारतीय टीम को जरूरत है वह ठीक वही कर रहे हैं। अब हालात देखिए दूसरे मैच में भारतीय टीम के सामने 8 ओवर में 91 रन का लक्ष्य था। जाहिर है टीम को तेज शुरुआत की जरूरत थी पर राहुल 6 गेंदों पर 10 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्होंने टीम को न तेज शुरूआत दी और न ही ठोस। इस स्थिति पर गावस्कर ने जिस तर्क के साथ उनका बचाव किया वह समझना मुश्किल है।
गावस्कर ने राहुल का समर्थन करते हुए स्टार स्पोर्ट्स पर कहा, “ वह दोनों मौकों पर ठीक वही काम कर रहे थे जिसकी टीम को उनसे उम्मीद थी। पहले मैच में उन्होंने फिफ्टी लगाई और दूसरे मैच में 8 ओवर का गेम होने के चलते उन्हें पहली गेंद से ही बल्ला घुमाने की जरूरत थी, उन्होंने टीम के लिए अपने विकेट का त्याग कर दिया।”
राहुल त्याग नहीं कर रहे बल्कि खराब फॉर्म में हैं
बतौर एक ओपनर नागपुर टी20 में पहली गेंद से गेंदबाजों की पिटाई करना केएल राहुल की ड्यूटी थी। कप्तान रोहित शर्मा ने यही किया पर राहुल चूक गए। ये खराब लय और खराब फॉर्म की वजह से जो सकता है लेकिन इसके लिए गावस्कर की परिभाषा अलग है। वह टीम को मुश्किल में डालने वाले खराब प्रदर्शन के बावजूद केएल राहुल को टीम का हीरो बताने की कोशिश कर रहे हैं। सुनील गावस्कर के मुताबिक लगातार गुनाह करने के बावजूद राहुल एक देवता सरीखे हैं।
राहुल की असफलता की लंबी फेहरिस्त
हैदराबाद में हुए सीरीज के आखिरी टी20 में केएल राहुल 180 से ऊपर के लक्ष्य का पीछा करने उतरे लेकिन 4 गेंदों पर सिर्फ 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। ये चेज करते हुए टीम पर दबाव को बढ़ाने वाला विकेट था लेकिन गावस्कर को इसमें भी राहुल में कोई गलती नजर नहीं आती।
गावस्कर कहते हैं, “ठीक उसी तरह तीसरे टी20 में भारत को जीत के लिए 9 से ऊपर के रनरेट से रन बनाने थे। ये कभी आसान नहीं होता। आप अच्छी शुरुआत चाहते हैं। इस मौके पर उन्होंने अपने विकेट का त्याग कर दिया।”
टी20 वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुई तीन मैच की इस महत्वपूर्ण टी20 सीरीज में राहुल ने 66 रन बनाए। बतौर ओपनर वे दो मैच में पूरी तरह से फेल हुए और टीम को मुश्किल में डालकर लौटे। ये अच्छे संकेत नहीं हैं पर सुनील गावस्कर की राय जुदा है। उनकी बातों से लगता है कि केएल बार बार टीम के लिए त्याग करके सबको धन्य कर रहे हैं।