वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में टीम इंडिया के सामने ऑस्ट्रेलिया की टीम होने वाली है। ये मैच 7 जून से ओवल में खेला जाना है। भारतीय खिलाड़ी आईपीएल खत्म होने के बाद अब इंग्लैंड पहुंच रहे हैं। लेकिन टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने इस बड़े मुकाबले से पहले भारतीय टीम के लिए चिंता वयक्त की है।
गावस्कर ने दी टीम इंडिया को वॉर्निंग
सुनील गावस्कर को लगता है कि अगले हफ्ते ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले डब्ल्यूटीसी फाइनल में भारतीय खिलाड़ियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती आईपीएल टी20 फॉर्मेट से बाहर निकलने की होगी। रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम सात जून से ‘द ओवल’ में डब्ल्यूटीसी फाइनल खेलेगी जिसमें खेलने वाले ज्यादातर खिलाड़ी आईपीएल में हिस्सा लेकर पहुंचेंगे। आईपीएल सोमवार को समाप्त हुआ जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स ने रिकॉर्ड बराबरी करते हुए पांचवीं ट्रॉफी हासिल की।
टी20 फॉर्मेट से आ रहे ज्यादातर खिलाड़ी
गावस्कर ने मंगलवार को स्टार स्पोर्ट्स पर कहा कि सबसे बड़ी परीक्षा यही होगी कि हर कोई टी20 फॉर्मेट खेलकर आएगा और टेस्ट क्रिकेट लंबा फॉर्मेट है। इसलिए मुझे लगता है कि यह बड़ी चुनौती होने वाली है। उन्होंने साथ ही कहा कि सभी भारतीय खिलाड़ियों में केवल अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ही लंबे फॉर्मेट के अनुरूप ढले हुए हैं क्योंकि वह काउंटी क्रिकेट खेल रहे हैं। गावस्कर ने कहा कि उनके पास केवल चेतेश्वर पुजारा हैं जो इंग्लिश काउंटी चैम्पियनशिप में खेलते रहे हैं इसलिए वही एकमात्र खिलाड़ी होगा जो इन परिस्थितियों में लंबा फॉर्मेट में खेल रहा था। इसलिए उनके लिए यह बड़ी चुनौती होने वाली है।
रहाणे ने किया आईपीएल में शानदार प्रदर्शन
अंजिक्य रहाणे ने लंबे समय से चल रही खराब फॉर्म के बाद आईपीएल में मजबूत वापसी की और चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल के इस सीजन में खिताब जीतने में मदद की। उनके बारे में गावस्कर ने कहा कि 34 साल के इस खिलाड़ी का इंग्लैंड की परिस्थितियों में अनुभव टीम के लिए फायदेमंद होगा। उन्होंने कहा कि उसे इंग्लैंड में खेलने का काफी अनुभव है, उन्होंने इंग्लैंड में काफी रन जुटाए हैं। इसलिए हां, मुझे लगता है कि वह पांचवें नंबर पर अहम खिलाड़ी साबित होगा। मेरा यह भी मानना है कि उसे खुद को साबित करना है, मुझे अब भी लगता है कि उसमें काफी क्रिकेट बचा है और यह उसके लिए शानदार मौका होगा।