Australian Cricket Team: ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 164 रनों से अपने नाम किया था। पर्थ में खेले गए इस मुकाबले की अंतिम पारी में कंगारू टीम के कप्तान पैट कमिंस ने गेंदबाजी नहीं की। कमिंस इंजरी से जूझ रहे थे, तो उस वक्त स्टीव स्मिथ को टीम की कप्तानी करते देखा गया। गौरतलब है कि साल 2018 में बॉल टैम्परिंग (सैंडपेपर गेट) मामले के बाद स्मिथ को कप्तानी से हटाते हुए उनको एक साल के लिए सस्पेंड भी किया गया था। साथ ही कप्तानी के लिए भी उनके ऊपर आजीवन प्रतिबंध लगा था।
इसी साल एशेज में उन्होंने कमिंस की गैरमौजूदगी में 4 साल बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम की कमान संभाली थी। उसी दौरान उनके ऊपर से बैन भी हटा था और वह उपकप्तान नियुक्त किए गए थे। अब खबरें यह भी हैं कि एक बार फिर स्मिथ ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम की कमान संभाल सकते हैं। दरअसल, कमिंस की इंजरी के कारण वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में स्मिथ कप्तानी करते हुए नजर आ सकते हैं। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है लेकिन कमिंस को लेकर सस्पेंस जरूर बना हुआ है।
पर्थ टेस्ट के दौरान ही क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एक बयान में कहा था, "कमिंस अपने दायीं तरफ की मांसपेशियों में खिंचाव महसूस कर रहे हैं। उनकी टीम के मेडिकल स्टाफ द्वारा निगरानी की जा रही है और वह मौजूदा आधार पर ही दूसरी पारी में गेंदबाजी कर पाएंगे।" फिलहाल वह गेंदबाजी नहीं कर पाए थे और यही कारण है कि उनकी एडिलेड टेस्ट में उपलब्धता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दो तेज गेंदबाजों को स्क्वॉड में शामिल करने के बाद यह सस्पेंस और ज्यादा बढ़ जाता है।
इस खिलाड़ी की हुई टीम में वापसी
वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम में लंबे समय के बाद एक खिलाड़ी की वापसी हुई है। तकरीबन एक साल पहले टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज माइकल नेसर को एक बार फिर से कंगारू टीम के स्क्वॉड में शामिल किया गया है। उनके अलावा लान्स मॉरिस को भी पहली बार ऑस्ट्रेलियाई स्क्वॉड में एंट्री मिली है। मॉरिस वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया के डोमेस्टिक क्रिकेट में सबसे सफल गेंदबाजों में से एक हैं। उनके पास लगातार 150 किमी/घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने की क्षमता भी है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम को 8 दिसंबर से वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज का दूसरा और आखिरी टेस्ट मैच खेलना है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से यह मुकाबला बेहद अहम भी है। फिलहाल ऑस्ट्रेलिया अभी टॉप पर चल रही है। लेकिन उसकी अगली सीरीज साउथ अफ्रीका और भारत के साथ होनी हैं। कंगारू टीम फरवरी-मार्च में भारत का दौरा करेगी। वहीं अफ्रीकी टीम ऑस्ट्रेलिया पहुंचेगी। यह दोनों ही सीरीज अगले साल होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए बेहद अहम साबित हो सकती हैं।