स्टीव स्मिथ को मार्च 2018 में बॉल टेंपरिंग (सैंडपेपर स्कैंडल के रूप में बदनाम) कांड में शामिल होने के कारण ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी से हटा दिय गया था। उन्हें हर तरह के क्रिकेट से एक साल के लिए सस्पेंड भी किया गया था। उन्होंने मार्च 2019 में क्रिकेट के मैदान पर वापसी की। वह हर फॉर्मेट में खेलते दिखे। खराब प्रदर्शन के कारण कई बार टीम से ड्रॉप भी हुए, तो कुछ मौकों पर बेहतरीन प्रदर्शन भी किया। इन सबके बीच वह एकबार फिर से कप्तान बनने में सफल हो ही गए।
टेस्ट मैच के चौथे दिन स्टीव स्मिथ बने ऑस्ट्रेलिया के कप्तान
स्टीव स्मिथ को वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी सीरीज के पहले टेस्ट के चौथे दिन अचानक ऑस्ट्रेलिया का कप्तान बना दिया गया। मार्च 2018 में कप्तानी जाने के बाद, यह पहला मौका था जब वह खेल के किसी फॉर्मेट में कंगारू टीम की कप्तानी कर रहे हैं। उन्हें पर्थ में जारी इस टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम की कप्तानी की जिम्मेदारी खास वजहों से मिली।
कमिंस की जगह स्मिथ को मिली कप्तानी की जिम्मेदारी
स्टीव स्मिथ को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच के बीच में रेग्यूलर कप्तान पैट कमिंस के मैदान छोड़ने के चलते बनाया गया। कमिंस मांसपेशियों में खिंचाव के चलते खेल के चौथे दिन मैदान में नहीं उतरे नतीजतन बल्लेबाज स्टीव स्मिथ को शनिवार को टीम की कप्तानी संभालनी पड़ी। स्मिथ ने पिछली गर्मियों में एडिलेड में एशेज टेस्ट के दौरान कप्तानी की थी जब कमिंस एक रेस्टोरेंट में कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में पाए गए थे।
कमिंस ने 200 टेस्ट विकेट पूरे करने के बाद छोड़ा मैदान
कमिंस ने मैच की पहली पारी में 20.2 ओवर में 34 रन देकर 3 विकेट लिए और टेस्ट मैचों में 200 विकेट पूरे किए। ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज के सामने 498 रनों का लक्ष्य रखा है। चौथे दिन फील्ड में कमिंस की जगह स्कॉट बोलैंड ने ली।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एक बयान में कहा, "कमिंस अपने दायीं तरफ की मांसपेशियों में खिंचाव महसूस कर रहे हैं। उनकी टीम मेडिकल स्टाफ द्वारा निगरानी की जा रही है और वह मौजूदा आधार पर ही दूसरी पारी में गेंदबाजी कर पाएंगे।"