Highlights
- पाकिस्तान के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन स्टंप्स पर श्रीलंका को 40 रन की लीड
- बाबर आजम के शतक के दम पर पाकिस्तान ने पहली पारी में बनाए 218 रन
- प्रभात जयसूर्या ने पहली पारी में चटकाए 5 विकेट
SL vs PAK 1st Test: श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट के दूसरे दिन पाकिस्तान की टीम मुश्किल में फंसी थी। मेहमान टीम ने गॉल में खेले जा रहे इस मुकाबले के दूसरे दिन की शुरुआत 2 विकेट पर 24 रन के स्कोर से की और लंच तक 104 रन पर इसके 7 बल्लेबाज पवेलियन पहुंच चुके थे। इन तमाम पाकिस्तानी विकेटों की झड़ी के बीच कप्तान बाबर आजम क्रीज पर चट्टान की तरह अड़ गए। पहले सत्र के खेल के बाद पाकिस्तान का 150 तक पहुंचना भी मुश्किल नजर आ रहा था, पर बाबर ने अपनी टीम को 200 के पार पहुंचा दिया
बाबर के शतक से बची पाकिस्तान की इज्जत
बाबर आजम ने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के पहले टेस्ट की पहली पारी में मुश्किल परिस्थितियों में शतकीय पारी खेली। इस पारी की अहमियत इस बात से समझी जा सकती है कि बाकी का कोई भी बल्लेबाज 20 रन के आंकड़े को भी पार नहीं कर सका। पाकिस्तानी कप्तान ने 244 गेंदों पर 119 रन बनाए जिसमें 11 चौके और 2 छक्के शामिल थे। वे आउट होने वाले अपनी टीम के अंतिम खिलाड़ी थे। ये बाबर आजम का श्रीलंका में करियर का पहला शतक था। उनकी शानदार पारी की बदौलत पाकिस्तान ने पहली पारी में श्रीलंका के 222 रन के जवाब में 218 रन बनाकर मुकाबले को बराबरी पर पहुंचा दिया।
प्रभात जयसूर्या का तीन पारियों में तीसरा फाइव विकेट हॉल
इस मैच में पाकिस्तानी बल्लेबाजों को सबसे ज्यादा परेशान श्रीलंका के नए – नवेले स्पिनर प्रभात जयसूर्या ने किया। अपने करियर का दूसरा टेस्ट खेल रहे जयसूर्या ने पांच विकेट अपने नाम किए। उन्होंने शुरुआती 6 पाकिस्तानी बल्लेबाजों में से 3 को अपना शिकार बनाया। जयसूर्या ने इसी महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के आखिरी टेस्ट में डेब्यू किया था। उस मैच में उन्होंने दोनों पारियों में 6-6 विकेट लेकर कुल 12 कंगारू बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया था।
दूसरे दिन स्टंप्स पर श्रीलंका 40 रन आगे
मैच के दूसरे दिन के खेल के खात्मे तक मेजबान टीम दूसरी पारी में 1 विकेट पर 36 रन बना चुकी थी। कप्तान दिमुथ करुणारत्ने 16 रन बनाकर आउट होने वाले एकमात्र बल्लेबाज थे। पहली पारी में मिली 4 रन की लीड के साथ श्रीलंका दूसरे दिन स्टंप्स पर 40 रन की बढ़त बना चुकी है। तीसरे दिन मेजबानों की कोशिश कम से कम दो सेशन तक ज्यादा रिस्क लिए बगैर जमकर बल्लेबाजी करने की होगी।