Highlights
- सिमी सिंह को आउट देने के बाद अंपायर ने बदला फैसला
- न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में आईसीसी के नियम का मिला फायदा
- गेंदबाज की तौलिया गिरने पर अंपायर ने बताया नियम
Simi Singh Not Out: न्यूजीलैंड और आयरलैंड के बीच डबलीन में तीसरा और आखिरी वनडे मुकाबला खेला जा रहा है। लेकिन इस बीच चर्चा दोनों टीमों के बीच मंगलवार को खेले गए सीरीज के दूसरे वनडे को लेकर हो रही है। उस मैच के दौरान हुई एक मजेदार घटना ने अंपायर समेत सभी को हैरान कर दिया।
दरअसल 12 जुलाई को खेले गए मैच में एक समय आयरलैंड के बल्लेबाज सिमी सिंह बल्लेबाजी कर रहे थे। इसी दौरान न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ब्लेअर टिकनर की गेंद ने उनके बल्ले का बाहरी किनारा लिया और विकेट के पीछे टॉम लाथम के हाथों में चली गई। लॉथम ने भी कोई गलती नहीं की और डाईव लगाते हुए एक शानदार कैच पकड़ लिया। इसके बाद गेंदबाज के अपील करने पर मैदानी अंपायर पॉल रेनॉल्ड्स ने उन्हें आउट दे दिया। सिमी सिंह भी मैदान की तरफ जाने लगे। लेकिन इसी दौरान लेग अंपायर अलीम डार वहां पहुंचे और रेनॉल्ड्स से चर्चा करते हुए गेंद को डेड बॉल करार दे दिया।
अलीम डार के इस फैसले के बाद सिमी सिंह भी नॉटआउट दिए गए। इसपर लॉथम काफी देर तक कुछ समझ नहीं पाए और डार से बहस करने लगे। लेकिन अलीम ने उन्हें आईसीसी के नियम की जानकारी दी और फिर खेल आगे बढ़ा।
क्या था मामला?
टिकनर ने गेंदबाजी करते वक्त पसीने को पोछने के लिए अपनी पैंट में तौलिया रखा हुआ था। लेकिन जब उन्होंने सिमी सिंह को गेंद डाली तो उनकी तौलिया पिच पर ही गिर गई। इस वजह से अंपायर ने इसे डेड बॉल करार दिया।
क्यों आउट नहीं हुए सिमी सिंह?
तौलिए के गिरने से बल्लेबाज के नॉटआउट देने के बाद आईसीसी के नियम की चर्चा भी शुरू हो गई। हर कोई यह जानना चाहता है कि बल्लेबाज को किस नियम के तहत नाट आउट दिया गया और यदि गेंद नो नहीं थी तो गेंदबाज की क्या गलती थी? आपको बता दें कि क्रिकेट के नियम 20.4.2.7 के अनुसार यदि बल्लेबाज को किसी शोर या फिर किसी तरह की अन्य गतिविधी के कारण स्ट्राइक लेने में रूकावट होती है तो अंपायर उसे डेड बाल करार दे सकता है। यह अवरोध मैदान के बाहर हो या भीतर दोनों ही सूरतों में बल्लेबाज को इसका लाभ मिल सकता है। इसी के तहत अंपायर अलीम डार ने आयरलैंड के बल्लेबाज सिमी सिंह को आउट दिए जाने के बाद भी इस नियम का लाभ दिया और उन्हें नॉट आउट करार दिया।