भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला पारी और 141 रनों से अपने नाम किया था। इस मैच में डेब्यूटेंट यशस्वी जायसवाल ने 171 रनों की पारी खेलकर जहां कप्तान रोहित शर्मा को राहत दी थी। वहीं अब एक खिलाड़ी ने अपने लगातार बिखरते हुए फॉर्म से कप्तान की टेंशन बढ़ा दी है। इस खिलाड़ी ने पिछले कुछ समय से भारतीय सरजमीं पर या फिर कहें एशिया के अंदर तो अच्छा परफॉर्मे किया है। लेकिन जब बात एशिया से बाहर की यानी SENA (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया) देशों जैसे मैदानों की आती है तो इस खिलाड़ी का बल्ला खामोश हो जाता है।
हम बात कर रहे हैं शुभमन गिल की जिन्होंने पिछले कुछ महीनों में अपनी शानदार बल्लेबाजी से काफी सुर्खियां बटोरी थीं, लेकिन उनका अच्छा प्रदर्शन भारतीय सरजमीं पर ही थी। देश के बाद बांग्लादेश में उन्होंने एक शतक जरूर लगाया लेकिन जब एशिया के बाहर वह जाते हैं तो उनका रिकॉर्ड बेहद खराब हो जाता है। ऐसा हम नहीं कहे रहे, उनके आंकड़े इस बात के गवाह हैं। गिल ने एशिया के बाहर सिर्फ दो अर्धशतक लगाए हैं और एक भी शतक नहीं लगाया है। जनवरी 2021 में उनका आखिरी अर्धशतक एशिया के बाहर आया था और उसके बाद वह लगातार फ्लॉप साबित हुए हैं।
एशिया के बाहर बेहद खराब हैं शुभमन गिल के आंकड़े
शुभमन गिल ने साल 2020 में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में मेलबर्न टेस्ट से अपना डेब्यू किया था। उस मैच में उन्होंने 45 और 35 रन बनाए थे। फिर सिडनी में उन्होंने एक 50 रन की पारी खेली थी और ब्रिसबेन में 91 रन उनके बल्ले से निकले थे। उसके बाद से मानो एशिया के बाहर उनके बल्ले में जंग लग गई है। उन्होंने फिर उसके बाद सात पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है। खास बात यह भी है कि इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर सिर्फ 28 रहा है और एक बार ही वह 20 से ऊपर पहुंचे हैं। उनके एशिया के बाहर ओवरऑल आंकड़े बताते हैं कि गिल ने 7 मैचों की 13 पारियों में 29.4 की औसत से 353 रन ही बनाए हैं जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं।
वेस्टइंडीज के खिलाफ डोमिनिका टेस्ट में वह नंबर तीन पर उतरे। उन्होंने पुजारा की गैरमौजूदगी में खुद यह पोजीशन मांगी लेकिन फ्लॉप साबित होकर वह सिर्फ 6 रन बना पाए। उससे पहले ओवल में खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी उनके बल्ले से सिर्फ 18 और 13 रन निकले थे। भारत के लिए 17 टेस्ट मैच खेलकर करीब 1000 रन बनाने वाले गिल का प्रदर्शन घर में तो लाजवाब है लेकिन घर से बाहर निकलते ही उनका ग्राफ गिर जाता है। इससे निश्चित ही टीम इंडिया के मैनेजमेंट और कप्तान रोहित शर्मा की चिंता बढ़ गई होगी। अब देखना होगा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ 20 जुलाई से होने वाले दूसरे टेस्ट में वह नंबर 3 पर कुछ कमाल कर पाते हैं या फिर टीम इंडिया दिसंबर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ किसी नए प्लान के साथ उतरेगी।