भारतीय घरेलू क्रिकेट का प्रतिष्ठित टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी 2024-25 का 11 अक्टूबर से आगाज हो चुका है। रणजी ट्रॉफी का ये 90वां संस्करण है जिसमें 38 टीमें शिरकत कर रही हैं। सभी 38 टीमों को दो कैटेगिरी में बांटा गया है। एलीट कैटेगिरी में 32 टीमें हैं जिन्हें चार ग्रुप में बांटा गया है, जबकि प्लेट कैटेगिरी में 6 टीमें शामिल हैं। एलीट ग्रुप-ए के एक मुकाबलें में जम्मू-कश्मीर की टीम का मुकाबला महाराष्ट्र की टीम से हो रहा है। इस मैच के दूसरे दिन एक बल्लेबाज ने बड़ा कीर्तिमान रच दिया है।
दरअसल, पहले बल्लेबाजी करते हुए जम्मू एंड कश्मीर की टीम ने दूसरे दिन चायकाल तक 5 विकेट 449 रन का स्कोर खड़ा कर दिया। जम्मू -कश्मीर को इस विशाल स्कोर तक पहुंचाने में 29 साल के बल्लेबाज का बड़ा हाथ रहा जिसने शानदार दोहरा शतक जड़ते हुए बड़ा कीर्तिमान रच दिया। इस बल्लेबाज का नाम है शुभम खजूरिया जिसने 24 चौके और 4 छक्कों की मदद से 312 गेंदों पर अपना दोहरा शतक पूरा किया। इस दोहरे शतक के साथ ही 22 साल का लंबा सूखा समाप्त हो गया।
22 साल बाद हुआ बड़ा करिश्मा
जम्मू-कश्मीर के इतिहास में 22 साल बाद कोई बल्लेबाज रणजी ट्रॉफी में दोहरा शतक बनाने में कामयाब हुआ है। इससे पहले आखिरी बार 2002 में अश्वनी गुप्ता ने जमशेदपुर में बिहार के खिलाफ नाबाद 203 रनों की पारी खेली थी। इस पारी के 22 साल बाद बीत जाने के बाद अब शुभम खजूरिया ने दोहरा शतक जड़ा है।
रणजी ट्रॉफी के इतिहास में जम्मू-कश्मीर के लिए सिर्फ 3 ही बल्लेबाज दोहरे शतक लगा पाए हैं जिनमें अश्वनी गुप्ता, कवलजीत सिंह और अब शुभम खजूरिया का नाम शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर की ओर से रणजी ट्रॉफी के इतिहास में लगा ये चौथा दोहरा शतक है। अश्वनी गुप्ता के नाम रणजी में 2 दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज हैं। शुभम खजूरिया अंततः 353 गेंदों पर 255 रन बनाकर आउट हुए। इस तरह रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे बड़ा स्कोर बनाने वाले जम्मू-कश्मीर के बल्लेबाज बन गए। उन्होंने अपनी इस शानदार पारी के दौरान 29 चौके और आठ छक्के जड़े।
रणजी ट्रॉफी में जम्मू-कश्मीर के लिए दोहरा शतक लगाने वाले बल्लेबाज
- अश्वनी गुप्ता - ऊना में हिमाचल प्रदेश के विरुद्ध नाबाद 210 रन, 1995
- कवलजीत सिंह - दिल्ली में सर्विसेज के विरुद्ध 206 रन, 2001
- अश्वनी गुप्ता - जमशेदपुर में बिहार के विरुद्ध नाबाद 203 रन, 2002
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