वेस्टइंडीज के खिलाफ अगस्त में पांच मैचों की टी20 सीरीज के लिए बुधवार 5 जुलाई को टीम इंडिया के 15 सदस्यीय टी20 स्क्वॉड का ऐलान किया गया था। इस टीम के कुछ नए चेहरे नजर आए तो कई पुराने चेहरों की वापसी हुई। इतना ही नहीं कुछ ऐसे खिलाड़ियों को बाहर भी कर दिया गया जो जनवरी में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज में स्क्वॉड का हिस्सा थे। उसमें से एक नाम शिवम मावी का था। श्रीलंका सीरीज से शिवम मावी ने डेब्यू किया था और पहले मैच में ही चार विकेट लेकर कमाल कर दिया था। उसके बाद हालांकि, अगले पांच मैचों में वह सिर्फ 3 विकेट ही ले पाए थे। दो में से एक पारी में बल्लेबाजी करते हुए भी उन्होंने महत्वपूर्ण 26 रनों का योगदान दिया था।
टीम इंडिया से बाहर होते ही शिवम मावी ने दलीप ट्रॉफी में अपने प्रदर्शन से सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। सेंट्रल जोन के लिए इस मैच में कप्तानी कर रहे मावी ने वेस्ट जोन के खिलाफ छह विकेट लेकर सेलेक्टर्स को मुंहतोड़ जवाब दिया है। मंगलवार को चीफ सेलेक्टर बने अजीत अगरकर का यह पहला ऐलान था। उन्होंने अपने पहले मूव से ही सभी को चौंकाया है। हालांकि, तिलक वर्मा और यशस्वी जायसवाल जैसे प्रतिभाशाली युवाओं को पहली बार टी20 इंटरनेशनल के लिए चुना गया है।
शिवम मावी ने तीनों फॉर्मेट खेलने की जताई इच्छा
अगर इस मैच की बात करें तो मावी ने 44 रन देकर छह विकेट लिए जिसकी मदद से सेंट्रल जोन ने सेमीफाइनल में वेस्ट जोन को पहली पारी में 220 रन पर आउट कर दिया। टीम से बाहर होने और अपने इस प्रदर्शन के बाद मावी ने कहा कि, मैं पिछले तीन चार साल से लाल गेंद से अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं। उम्मीद है कि मुझे टेस्ट मैच खेलने का मौका मिलेगा। मैं सिर्फ एक फॉर्मेट नहीं खेलना चाहता बल्कि सभी फॉर्मेट में खेलने के लिए तैयार रहने की कोशिश में हूं और कड़ी मेहनत कर रहा हूं। मावी ने भारत के लिए कुल 6 टी20 इंटरनेशनल खेले जिसमें उनके नाम 7 विकेट दर्ज हैं। 22 रन देकर 4 विकेट उनका बेस्ट प्रदर्शन है जो डेब्यू मैच में उन्होंने किया था।
टी20 सीरीज के लिए टीम इंडिया का स्क्वॉड
ईशान किशन (विकेटकीपर), शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, तिलक वर्मा, सूर्यकुमार यादव (उपकप्तान), संजू सैमसन (विकेटकीपर), हार्दिक पांड्या (कप्तान), अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, रवि बिश्नोई, अर्शदीप सिंह, उमरान मलिक, आवेश खान, युजवेंद्र चहल, मुकेश कुमार।