भारत के स्टार क्रिकेटर शिखर धवन ने शनिवार सुबह अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। 14 साल तक भारतीय टीम का हिस्सा रहे धवन ने अपने शानदार करियर के साथ क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और शानदार खेल से खुद को भारतीय क्रिकेट के बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में शामिल किया। खासकर वनडे क्रिकेट में, धवन ने अपनी बल्लेबाजी से लाखों दिल जीते। हालांकि उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में ऐसा रिकॉर्ड दर्ज किया है जिसे आज तक किसी भी भारतीय बल्लेबाज ने नहीं तोड़ा है।
धवन ने नाम दर्ज ये बड़ा रिकॉर्ड
शिखर धवन ने भारतीय टीम के लिए अपने करियर की शुरुआत 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापत्तनम में वनडे मैच से की थी। हालांकि, उनका डेब्यू उम्मीद के अनुसार नहीं रहा और वह शून्य पर आउट हो गए। लेकिन धवन ने हार नहीं मानी और अपनी बल्लेबाजी में सुधार करते रहे। इसके बाद उन्होंने 2013 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया और फिर अपनी शानदार पारी से सभी को चौंका दिया। मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच में ही उन्होंने 187 रन बनाए। उनकी यह पारी टेस्ट डेब्यू पर सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड बन गई, जो आज भी कायम है। वहीं भारत के लिए टेस्ट डेब्यू पर यह किसी भी बल्लेबाज द्वारा सबसे बड़ी पारी है।
धवन ने शेयर किया वीडियो
शिखर धवन को बड़े टूर्नामेंट्स का खिलाड़ी माना जाता है। खासतौर पर ICC 50 ओवर के टूर्नामेंट्स में उनका प्रदर्शन बेहतरीन रहा है। उन्होंने इन टूर्नामेंट्स में 1238 रन बनाए और 65.15 के औसत से बल्लेबाजी की, जोकि 1000 से अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों में सबसे अधिक है। इस मामले में उन्होंने विराट कोहली को भी पीछे छोड़ दिया। धवन ने अपने संन्यास की घोषणा सोशल मीडिया पर एक वीडियो मैसेज के जरिए की। उन्होंने इस वीडियो में कहा कि अब वह अपने जीवन के उस मोड़ पर पहुंच गए हैं जहां से वह सिर्फ अपने करियर की यादों को देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम के लिए खेलना उनका सपना था, जो पूरा हुआ। उन्होंने अपने परिवार, कोच तारक सिन्हा और मदन शर्मा के साथ-साथ अपनी टीम के साथियों का आभार व्यक्त किया, जिनके साथ उन्होंने वर्षों तक खेला।
धवन ने यह भी कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए पुराने पन्ने पलटना जरूरी होता है और इसीलिए उन्होंने संन्यास का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि वह इस बात से संतुष्ट हैं कि उन्होंने अपने देश के लिए बहुत खेला और अपने फैंस को उनके प्यार के लिए धन्यवाद दिया। शिखर धवन का यह फैसला उनके फैंस के लिए जरूर भावुक कर देने वाला है, लेकिन धवन का करियर हमेशा भारतीय क्रिकेट के सुनहरे अध्याय में लिखा जाएगा।