India vs Bangladesh 2nd Test: भारत और बांग्लादेश के बीच पहला टेस्ट मैच 27 सितंबर को कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेला जाएगा। टीम इंडिया पहला मुकाबला 280 रनों से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त ले चुकी है। कानपुर के स्टेडियम में टीम इंडिया साल 1983 के बाद कोई भी टेस्ट मैच नहीं हारी है। दूसरे टेस्ट से पहले ही बांग्लादेश के स्टार प्लेयर शाकिब अल हसन चोटिल हैं। भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह की गेंद शाकिब की अंगुली पर लग गई थी। इसी वजह से अब उनके दूसरे टेस्ट में खेलने पर बड़ा सस्पेंस बना हुआ है।
फिजियो की निगरानी में हैं शाकिब अल हसन
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक बीसीबी के चयन पैनल के सदस्य हन्नान सरकार ने कहा कि हम कल (मंगलवार) कानपुर जा रहे हैं और आज छुट्टी है। इसके बाद हमारे पास दो सेशन होंगे और हम उसके बाद फैसला करेंगे (दूसरे टेस्ट में शाकिब की उपलब्धता के बारे में) और हम अभी कोई फैसला नहीं लेना चाहते हैं। इन दो दिनों में, फिजियो ने उन्हें निगरानी में रखा है। जब हम मैदान पर वापस आएंगे, तो हमें फिजियो का रिएक्शन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि हमें अगले मैच के लिए शाकिब को चुनने से पहले सोचना होगा और अगले मैच से पहले समय है। हम करेंगे। देखो वह किस हालत में है। हम जानते हैं कि उनके हाथ में दर्द के बारे में चर्चा हो रही है। यह मैच से पहले नहीं था और कई लोगों ने इसे अलग-अलग तरीकों से समझाने की कोशिश की है। लेकिन मैच से पहले, हमें उन्हें लेने की फिजियो से 100 प्रतिशत मंजूरी मिल गई थी। वह 100 प्रतिशत फिट थे।
वापसी की कोशिश कर रहे शाकिब: नजमुल हसन शान्तो
पहले टेस्ट के बाद जब बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शान्तो से शाकिब की फिटनेस के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मैं किसी खिलाड़ी के व्यक्तिगत प्रदर्शन के बारे में बात करने में सहज महसूस नहीं करता। यह एक टीम गेम है और पूरी टीम के योगदान से जीतना संभव होता है। शाकिब भाई वापसी की कोशिश कर रहे हैं। अब अगर शाकिब दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पाते हैं, तो उनके लिए ये किसी संकट से कम नहीं होगा। टीम मैनेजमेंट और कप्तान के सामने सबसे बड़ा सवाल यही होगा कि वह प्लेइंग इलेवन में किसे खिलाएं।
पहले टेस्ट मैच में बुरी तरह से फ्लॉप हुए थे शाकिब
भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर बेहतरीन प्रदर्शन नहीं कर पाए। वह गेंद और बल्ले से फ्लॉप साबित हुए थे। पहली पारी में कप्तान नजमुल हुसैन शान्तो ने उन्हें गेंदबाजी में देर से लगाया और ज्यादा बॉलिंग भी नहीं करवाई। उन्होंने 21 ओवर में 129 रन लुटाए और एक भी विकेट लेने में नाकाम रहे। यह पहली बार है जब वह टेस्ट की दोनों पारियों में इतने रन खर्च करने बावजूद कोई सफलता हासिल नहीं कर सके। गेंदबाजी के अलावा वह बल्ले से भी योगदान देने में विफल रहे हैं। उन्होंने पहली पारी में 32 रन और दूसरी पारी में 25 रन बनाए।
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