पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच गुरुवार को श्रीलंका के हंबनटोटा में खेले गए तीन मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले ने काफी सुर्खियां बटोरीं। इस मुकाबले की शुरुआत से ही कई चर्चा के विषय रहे। रहमनुल्लाह गुरबाज की पारी, फिर बाबर आजम की 100वीं वनडे इनिंग, इमाम उल हक की पारी, शादाब खान की मैच विनिंग पारी और अंत में नसीम शाह की छोटी लेकिन असरदार पारी। इन सबके बीच दूसरी पारी के 50वें ओवर में जो मांकडिंग अफगानिस्तान के फजलहक फारूखी ने की, उसने फिर से सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी हैं। हालांकि, आईसीसी द्वारा इस नियम को ऑफिशियल रनआउट कह दिया गया है, फिर भी अक्सर इसे लेकर विवाद होता रहता है।
शादाब खान हुए मांकडिंग का शिकार
दरअसल पारी के आखिरी ओवर में जब पाकिस्तान का स्कोर 8 विकेट पर 290 रन था तब उसे जीत के लिए 11 रनों की जरूरत थी। स्ट्राइक पर थे नसीम शाह और नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर खड़े थे सेट बल्लेबाज 35 गेंदों पर 48 रनों की पारी खेलने वाले शादाब खान। 50वें ओवर की पहली ही गेंद पर फजलहक फारूखी ने शादाब को नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर मांकडिंग करते हुए रनआउट कर दिया। यहां से मुकाबला फंस गया। हालांकि, नसीम शाह ने एक बार फिर पिछले एशिया कप के अपने प्रदर्शन को दोहराया। नसीम ने इस ओवर में फारूखी के ऊपर दो चौके लगाए और पाकिस्तान को 1 विकेट से जीत दिला दी। पर इस मैच के बाद भी सोशल मीडिया पर अफगान पेसर को काफी ट्रोल किया गया।
क्यों ट्रोल हो गए फजलहक फारूखी?
इस विकेट के बाद सबसे पहला सवाल उठाया पाकिस्तान के एक खेल पत्रकार ने। उन्होंने ट्विटर पोस्ट में लिखा कि, मांकड, रनआउट और बेईमानी में अंतर समझना होगा। इस नियम के तहत गेंदबाज को अपना एक्शन पूरा करना होता है और फिर गिल्लियां उड़ानी होती हैं। अगर ऐसे में बल्लेबाज बाहर होता है तो उसे आउट दिया जाता। पर फारूखी गेंद फेंकना ही नहीं चाहते थे, वह इस चीप (ओछे) तरीके से ही विकेट लेना चाहते थे। उन्होंने अपना एक्शन नहीं पूरा किया और आधे एक्शन में ही बेल्स उड़ा दी। हालांकि, इस पर पाकिस्तान का यह पत्रकार खुद भी ट्रोल हो गया। लोगों ने समझाया उन्हें कमेंट करते हुए कि अक्सर आधे एक्शन में ही ऐसा हुआ है। कई पुराने वीडियो भी डाले गए। कई लोगों ने इस ट्वीट को गलत बता डाला।
इसके अलावा पाकिस्तान के क्रिकेट फैंस को लाजिमी है कि यह रास नहीं आया होगा। इसलिए उन्होंने जमकर फारूखी के खिलाफ ट्वीट करना शुरू कर दिए। कई लोगों ने नसीम शाह की तारीफ करते हुए एशिया कप 2022 का भी वो वाकिया याद किया जब आसिफ से विवाद के बाद नसीम शाह ने फारूखी पर ही छक्के लगाकर पाकिस्तान को जीत दिलाई थी। अगर आईसीसी के नियम की बात करें तो इसमें ऐसी कोई गड़बड़ी नहीं है। फिर थर्ड अंपायर ने भी इसको आउट दिया। इसमें फारूखी की कोई गलती नहीं थी। इसलिए उन्होंने जहां तक नियमों की बात है कोई उल्लंघन नहीं किया। रही बात खेल भावना की उसको लेकर तो यह डिबेट फिलहाल कभी नहीं थम पाया है।