राजकोट के मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला 15 फरवरी से खेला जाएगा। इस सीरीज के पहले मैच में इंग्लैंड ने जहां जीत हासिल की थी तो वहीं दूसरे मुकाबले में टीम इंडिया ने शानदार तरीके से वापसी करते हुए सीरीज को 1-1 की बराबरी पर ला दिया है। अब सीरीज का तीसरा मुकाबला दोनों ही टीमों के लिए काफी अहम माना जा रहा है। वहीं इस मैच के शुरू होने से ठीक एक दिन पहले सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम के नाम में बड़ा बदलाव किया गया है, जिसमें इसे अब निरंजन शाह स्टेडियम के नाम से पहचाना जाएगा।
साल 2013 में पहला इंटरनेशनल मैच खेला गया था इस मैदान पर
पिछले कुछ सालों में भारत में कई स्टेडियम के नामों में बदलाव किया गया है, जिसमें अब सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम भी शुमार हो गया है। इस मैदान पर साल 2013 में पहला इंटरनेशनल मैच खेला गया था। इसके बाद से अब तक सभी फॉर्मेट में मिलाकर यहां पर कुल 11 मुकाबले खेले जा चुके हैं। निरंजन शाह जिन्होंने बीसीसीआई के पूर्व सचिव भी रहे हैं, उन्होंने इस स्टेडियम को बनाने में काफी अहम भूमिका भी अदा की है। निरंजन शाह ने साल 1960 से 1970 के बीच सौराष्ट्र के लिए 12 प्रथम श्रेणी मुकाबले खेले हैं। इस मैदान पर अब तक सिर्फ 2 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिसमें दोनों भारत और इंग्लैंड के बीच मुकाबला जहां ड्रॉ पर खत्म हुआ था तो वहीं दूसरे मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को करारी मात दी थी।
राजकोट स्टेडियम में बल्लेबाजों का रहता बोलबाला
इस स्टेडियम को लेकर बात की जाए तो यहां पर अब तक बल्लेबाजों का बोलबाला देखने को मिला है, जिसमें बाउंड्री छोटी होने की वजह से यहां पर बड़ी आसानी के साथ चौके और छक्के लगते हुए देखने को मिले हैं। वहीं टेस्ट मैचों में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिलता है, हालांकि खेल के आखिरी 2 दिनों में पिच पर स्पिनर्स के लिए भी काफी मदद देखने को मिलती है।
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