IND vs AUS: भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 फरवरी से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भिड़ने वाली है। इस सीरीज का पहला मुकाबला नागपुर के वीसीए स्टेडियम में खेला जाएगा। इस सीरीज के लिए कई नए खिलाड़ियों को सेलेक्टर्स ने टीम में चुना। लेकिन एक खिलाड़ी ऐसा था जिसे एक बार फिर से इग्नोर कर दिया गया। अब इस खिलाड़ी ने अपना चयन ना होने पर पहली बार चुप्पी तोड़ी है।
फिर किया गया इस खिलाड़ी को इग्नोर
लगातार घरेलू क्रिकेट में रन कूट रहे सरफराज खान को एक बार फिर से सेलेक्टर्स ने टीम में नहीं चुना। सूर्यकुमार यादव और ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों को इस सीरीज में चुना गया लेकिन सरफराज को अच्छे प्रदर्शन के बाद भी मौका नहीं मिल पाया। इस मुद्दे पर जमकर बवाल मचा और बड़े-बड़े दिग्गजों ने सरफराज को ना चुने जाने पर नाराजगी जाहिक की। लेकिन अब इस खिलाड़ी ने पहले बार एक बड़ा बयान दिया है।
सरफराज को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट टीम में मध्य-क्रम स्थान के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा था, लेकिन सेलेक्टर्स ने रेड-बॉल क्रिकेट के लिए सूर्यकुमार यादव को चुना। आकाश चोपड़ा द्वारा होस्ट किए जाने वाले एक शो में बातचीत करते हुए सरफराज ने बताया कि कैसे हर कोई कहता था कि वह केवल टी20 औ वनडे के खिलाड़ी हैं और लाल गेंद के लिए फिट नहीं हैं।
उन्होंने कहा, ''जब मैं अंडर-19 विश्व कप से लौटा और 1-2 साल तक आईपीएल खेला, तो कुछ लोगों ने कहा कि सरफराज खान सफेद गेंद के खिलाड़ी हैं, जो लाल गेंद के क्रिकेट में फिट नहीं बैठते हैं। लेकिन मुझे पता था कि मैं यह कर सकता हूं और मैं इस पर कड़ी मेहनत कर रहा हूं।"
अब दिखाऊंगा कि मैं कौन हूं- सरफराज
उन्होंने आगे कहा, ''मैं एक अवसर की प्रतीक्षा कर रहा था, जहां मुझे रणजी ट्रॉफी में लगातार खेलने के लिए 4 से 5 मैच मिल सकें, इसलिए मैं उन्हें दिखाऊंगा कि मैं कौन हूं। जब वह दिन आया, मैंने मुंबई के लिए वापसी की, और मेरा पहला शतक मुंबई के लिए सीधे तिहरे शतक में बदल गया। उसके बाद, मुझे एहसास हुआ कि चीजें उतनी मुश्किल नहीं हैं जितना लोग उन्हें बनाते हैं। मेरा भी बचपन से एक सपना था कि मैं मुंबई के खेलूं।''
सरफराज खान ने उनकी तारीफ करते हुए एबी डिविलियर्स का भी जिक्र किया। सरफराज खान ने कहा, शायद ही कभी मैंने डिविलियर्स को अभ्यास करते देखा है। लेकिन मैंने एक बार उनसे पूछा, ''आप ज्यादा अभ्यास क्यों नहीं करते'? तो, उन्होंने कहा ''जब मैं तुम्हारी उम्र का था, तो मैं बहुत अभ्यास करता था, और मैं उतना प्रतिभाशाली नहीं था जितना कि तुम अब हो, इसलिए बस खेलते रहो।"