मुंबई के स्टार बल्लेबाज और भारतीय घरेलू क्रिकेट में लगातार लंबी, बड़ी और शानदार पारियां खेलने वाले सरफराज खान ठीक उसी तरह से सुर्खियों में हैं जिस तरह से विराट कोहली 46वां वनडे शतक ठोककर आए। लेकिन दोनों में फर्क बड़ा है। यह विराट और सरफराज की तुलना नहीं है, लेकिन एक बड़ा फर्क टैग लाइन 'टीम इंडिया' का है। कोहली टीम इंडिया के सुल्तान हैं तो सरफराज इंडियन फर्स्ट क्लास क्रिकेट के शहंशाह। इस फर्क से नतीजे किस कदर बदलते हैं देखिए, विराट की टीम इंडिया में वनडे और टेस्ट फॉर्मेट में जगह की गारंटी है, पर सरफराज शतकों की बारिश करके भी भारतीय टीम के दरवाजे को अपने लिए नहीं खुलवा सके। टीम इंडिया में उनकी एंट्री तय सिस्टम के हिसाब से होगी, वह इसे तोड़ नहीं सकते। उनके शतकों से भारतीय क्रिकेट मे तूफान आ सकता है पर इससे एंट्री गेट नहीं हिल सकती, कम से कम अब तक तो नहीं हिली।
शतकों के तूफान के बावजूद नहीं मिली टीम इंडिया में जगह
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 फरवरी से होने वाली 4 टेस्ट की सीरीज के शुरुआती 2 मैचों के लिए सरफराज का नाम टीम की लिस्ट में शुमार नहीं हो सका। इन तमाम सरगर्मियों के बीच इस युवा बल्लेबाज ने कहा कि उसे सेलेक्टर्स ने इंटरनेशनल क्रिकेट में खिलाने की बात कही थी। यह भरोसा भी टूट गया पर उनके बल्ले से निकलने वाली लंबी पारियों का सिलसिला नहीं टूटा।
सरफराज ने मुंबई को मुश्किल से निकाला
दिल्ली के खिलाफ राजधानी के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मुकाबले में मुंबई के इस बल्लेबाज ने मुश्किल हालात में क्रीज पर कमान अपने हाथों में ली और शानदार शतक लगा डाला। सरफराज मे पांचवें नंबर पर बैटिंग करते हुए बेहद धीमी बल्लेबाजी करते हुए शुरुआती 20 गेंदों पर सिर्फ 1 रन बनाए। अपने करियर का 37वां फर्स्ट क्लास मैच खेल रहे इस बल्लेबाज ने खाता खोलने के बाद ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की और सिर्फ 135 गेंदों पर सैकड़ा ठोक दिया। उन्होंने 66 रन पर 4 विकेट गंवाने के बाद प्रसाद पवार के साथ मिलकर मुंबई को 100 के पार पहुंचाया। सरफराज ने शम्स मुलानी के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए 144 रनों की साझेदारी की।
ब्रैडमैन के बाद दूसरे नंबर पर सरफराज
उन्होंने अपनी पारी में 155 गेंदों में 125 रन बनाए जिसमें 16 चौके और 4 छक्के लगाए और मुंबई को पहली पारी में 293 रन के टोटल तक पहुंचाया। यह उनके फर्स्ट क्लास करियर का 13वां शतक है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका औसत 80.47 का है जो महान डॉन ब्रैडमैन के बाद सबसे ज्यादा है।