संजू सैमसन ये नाम भारतीय क्रिकेट में पिछले लगभग एक दशक से लगातार सुनने को मिला है, जिसमें उनकी काबिलियत को लेकर जमकर चर्चा देखने को मिली लेकिन सैमसन घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में अपने प्रदर्शन को इंटरनेशनल क्रिकेट में दिखा पाने में सफल नहीं हो पा रहे थे। ऐसे में उनकी टीम में जगह भी पक्की नहीं हो पा रही थी। हालांकि अब सैमसन ने बांग्लादेश के खिलाफ टी20 सीरीज के आखिरी मैच और उसके बाद साउथ अफ्रीका के दौरे पर सीरीज के पहले मुकाबले में शतकीय पारी खेलने के साथ अपनी जगह को लंबे समय के लिए लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में लंबे समय के लिए पक्का कर लिया है। सैमसन ने अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के पहले टी20 मैच में सिर्फ 50 गेंदों में 107 रनों की बेहतरीन पारी खेल दी। वहीं इस मुकाबले को बाद में टीम इंडिया ने 61 रनों से अपने नाम किया। सैमसन ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी इस पारी पर बात करने के साथ इस बात का भी खुलासा किया कि कैसे एक समय उन्हें अपनी काबिलियत पर शक हो गया था और उसके बाद उन्हें कप्तान सूर्यकुमार यादव का समर्थन मिला जिसके चलते वह इस तरह की पारी खेलने में कामयाब हो सके।
मुझे पता था कि मैं क्या कर सकता हूं
साउथ अफ्रीका के खिलाफ डरबन में खेले गए सीरीज के पहले टी20 मैच के बाद संजू सैमसन ने कहा कि मैंने अपने करियर में कई असफलताओं का सामना किया है। मुझे लगता है कि जब आप उस असफलता से गुजरते हैं, तो आपके मन में बहुत सारे सवाल पैदा होने लगते हैं और ऐसे में सोशल मीडिया की भी अपनी भूमिका निभाता है। लेकिन आप भी खुद के बारे में बहुत कुछ सोचते हैं। क्या आप अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए नहीं बने हैं? मुझे लगता है कि आप आईपीएल में अच्छा कर रहे हैं। आप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन क्यों नहीं कर रहे हैं? इसलिए मेरे मन में ऐसे बहुत सारे सवाल उठ रहे थे। लेकिन इतने सालों के अनुभव के बाद मुझे पता था कि मैं क्या कर सकता हूं। अगर मैं क्रीज पर कुछ समय बिताता हूं, तो मेरे पास स्पिन और तेज गेंदबाजों पर शॉट लगाने की क्षमता है और मैं जानता हूं कि मैं निश्चित रूप से टीम के लिए अच्छा योगदान दे सकता हूं और मैच जिताने में अपनी भूमिका को अदा कर सकता हूं। ये बात सही कि मैंने यहां तक की अपनी जर्नी में काफी सारे उतार-चढ़ाव देखे हैं।
सूर्यकुमार को लेकर सैमसन ने कही ये बात
अपने बयान में संजू ने सूर्यकुमार यादव को लेकर कहा कि जब आपके पास इस तरह का कप्तान और सपोर्ट स्टाफ मौजूद हो जो आपकी असफलताओं में भी आपका पूरा समर्थन करें तो आपके लिए वापसी करना आसान हो जाता है। हर किसी को पता होता कि आप एक ऐसे दौर से गुजर रहे हैं जहां से वापसी करना आसान नहीं है और आपका करियर भी खराब हो सकता है। ऐसे में सूर्यकुमार और कोच ने लगातार मुझे बात करना जारी रखा जिससे मुझे खुद पर फिर से विश्वास करना आसान रहा और अब उसका परिणाम आप सभी के सामने है।
(PTI INPUTS)
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