Sanju Samson: टीम इंडिया का मैनेजमेंट इन दिनों संजू सैमसन के मुद्दे पर लगातार सवालों के घेरे में है। आंकड़ों में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान का कोई जवाब नहीं है लेकिन फिर भी वह भारतीय मैनेजमेंट का भरोसा नहीं जीत पा रहे हैं। टी20 सीरीज में उन्हें मैदान पर ही नहीं उतारा गया। फिर वनडे सीरीज में एक मैच खिलाने के बाद उन्हें दूसरे मैच की प्लेइंग 11 से बाहर कर दिया। ऐसा भी नहीं उनका प्रदर्शन खराब था ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों से तो उन्होंने अच्छा ही खेला था और 38 गेंदों पर 36 रनों की उपयोगी पारी खेलकर श्रेयस अय्यर के साथ 94 रन जोड़े थे।
फिर भी दुर्भाग्यवश एक बार फिर से बली का बकरा संजू सैमसन ही बन गए। ऐसा क्यों हो रहा है, किसलिए हो रहा है और कौन कर रहा है? इसका जवाब कोई और नहीं सिर्फ टीम मैनेजमेंट ही दे सकता है। फिलहाल अगर पहली 10 वनडे पारियों के बाद के आंकड़ों की बात करें तो संजू सैमसन के आसपास भी कोई नहीं है। यहां तक कि विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी भी टॉप-5 में नहीं हैं, तो शिखर धवन जो कि मौजूदा कप्तान हैं वो सैमसन से काफी पीछे हैं।
पहली 10 वनडे पारियों में सर्वाधिक औसत
- संजू सैमसन- 66
- शुभमन गिल- 62.8
- केदार जाधव- 54.0
- मनीष पांडे- 51.8
- शिखर धवन- 48.0
पंत पर मेहरबानी, संजू की कुर्बानी
संजू सैमसन ने साल 2022 में 6 टी20 इंटरनेशनल मैचों में एक अर्धशतक के साथ 179 रन बनाए हैं और औसत उनका 44.75 का रहा है। वहीं वनडे में भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है। इस साल संजू ने 10 वनडे खेले हैं जिनकी 9 पारियों में उनके नाम 284 रन दर्ज हैं और इसमें दो अर्धशतक भी शामिल हैं। इस साल से पहले उन्होंने सिर्फ एक वनडे खेला था जिसमें 46 रन उन्होंने बनाए थे। पिछले 4 वनडे मैचों में उन्होंने 154 रन बनाए हैं और उनका औसत भी 154 का है। वहीं पंत का पिछले 4 वनडे में औसत 35 का है जिसमें 140 रन उनके नाम दर्ज हैं। तो इन्हीं आंकड़ों के हिसाब से हम कहे सकते हैं कि लगातार पंत पर मेहरबानी हो रही है और संजू की कुर्बानी दी जा रही है।