भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी संजू सैमसन को लेकर अक्सर काफी चर्चाएं रहती हैं। यह खिलाड़ी टैलेंटेड काफी है, आईपीएल में टीम की कप्तानी भी करता है, लेकिन टीम इंडिया के अंदर उनको लेकर शायद कंफ्यूजन ही रहता है। टीम मैनेजमेंट कभी यह तय भी नहीं कर पाता कि वह टी20 खेलेंगे या वनडे। नंबर 3, 4 पर खेलेंगे या लोअर मिडिल ऑर्डर में। उनकी भूमिका कप्तान और कोच निर्धारित नहीं कर पा रहे यही कारण है कि अलग-अलग मुकाबलों में उन्हें अलग-अलग जिम्मेदारियां दी जाती हैं। ऐसे में सिर्फ संजू सैमसन ही नहीं कोई भी खिलाड़ी होगा वो स्थिरता नहीं ला पाएगा। यही चीज उनके साथ हो रही है। इसी को लेकर एक भारत के पूर्व क्रिकेटर ने उनका समर्थन किया है। वहीं भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को यह नसीहत भी दी है कि एक वक्त वो भी था जब रोहित खुद मिडिल ऑर्डर में फ्लॉप हो रहे थे तब उन्हें ओपनिंग में लाकर धोनी ने उनका करियर बदल दिया था।
वेस्टइंडीज के खिलाफ संजू सैमसन ने वनडे सीरीज में अपने तेवर दिखाए थे। एक मुकाबले में उन्होंने नंबर 4 पर खेलते हुए 41 गेंदों पर 51 रनों की पारी खेली। लेकिन टी20 सीरीज में जिन तीन मैचों में उन्हें बल्लेबाजी का मौका मिला वहां वह अपनी छाप नहीं छोड़ पाए। एक मुकाबले में तो वह रनआउट ही हो गए थे। उसके अलावा दो मैचों में उन्होंने अपनी गलतियां दोहराईं। सैमसन ने तीन पारियों में 12, 7 और 13 रन बनाए। यहां भी उनका बैटिंग ऑर्डर तय नहीं दिखा। हार्दिक ने कभी उन्हें नंबर 5 पर भेजा तो कभी नंबर 6 पर खिला दिया। इन्हीं सब पहलूओं पर पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर चर्चा की।
संजू सैमसन को टॉप ऑर्डर में लाओ!
आकाश चोपड़ा ने साफतौर पर यह कह दिया कि अगर संजू सैमसन के टैलेंट का सही इस्तेमाल करना है तो उन्हें टॉप ऑर्डर में लाओ। उन्होंने कहा कि, आपको संजू सैमसन को ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करवानी होगी अगर उनका बेस्ट देखना चाहते हैं। आप उनके टैलेंट के साथ इसी तरह सिर्फ न्याय कर पाएंगे। यह ठीक उसी तरह है जैसे रोहित शर्मा को ओपनिंग में लाकर उनका बेस्ट सामने आया। आपको बता दें कि अपने करियर के शुरुआती फेज में रोहित शर्मा ज्यादातर मिडिल ऑर्डर या लोअर मिडिल ऑर्डर में खेलते थे। इसके बाद एमएस धोनी ने उनका ऑर्डर बला और बतौर ओपनर उनका डंका बजा। टेस्ट क्रिकेट में भी ओपनर बनने के बाद उनका बेस्ट देखने को मिला था।
रोहित को भी टीम में लगातार मौके मिले थे...
आकाश चोपड़ा ने आगे कहा कि, रोहित शर्मा की भी यही कहानी थी। उनके आंकड़े भी शुरुआती दिनों में अच्छे नहीं थे लेकिन फिर भी टीम में लगातार उनको मौके मिले थे। यह ठीक उसी तरह लगता है कि जिस खिलाड़ी में दमखम है और उसका आज का टैलेंट आने वाले कल में आपको बेहतर नतीजा दे सकता है। मुझे लगता है कि हम संजू सैमसन को लोअर मिडिल ऑर्डर में सफल होते देखना चाहते हैं पर इसके बहुत कम आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने अभी तक अपने करियर में जितना कुछ भी अच्छा किया है वो नंबर 3 या बतौर ओपनर रहा है। उनके आंकड़े नंबर 4 या उससे नीचे कभी भी अच्छे नहीं रहे।