दुनिया के नंबर एक टेस्ट ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा इंदौर टेस्ट में चार विकेट जरूर झटके, लेकिन कुछ ऐसी गलतियां भी रहीं जिससे वह निशाने पर आ गए। सबसे पहला मुद्दा तो था नो बॉल का जो उन्होंने तब फेंकी जब मार्नस लाबुशेन का खाता भी नहीं खुला था और उनको विकेट मिल गया था। यहां से इतना बड़ा जीवनदान मिला की लाबुशेन ने ख्वाजा के साथ दूसरे विकेट के लिए 96 रन जोड़ लिए। उसके बाद सबसे बड़ा मुद्दा आता है रिव्यू का। जो उन्होंने एक नहीं, दो नहीं बल्कि तीनों खराब कर दिए। कप्तान रोहित शर्मा का भी इसको लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसमें वह जडेजा को कुछ रिव्यू के बारे में सुनाते दिख रहे हैं, हालांकि कप्तान का वो अंदाज मजाकिया था। पर भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने इसे बिल्कुल भी मजाक में नहीं लिया है।
संजय मांजरेकर और रवींद्र जडेजा के बीच कुछ समय पहले ऐसे ही सोशल मीडिया पर शब्दों का आदान-प्रदान हुआ था। उसके बाद एक मैच के बाद प्रेजेंटेशन सेरेमनी में दोनों की बात हुई। पर एक बार फिर मांजरेकर ने जडेजा को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने उनके द्वारा उस्मान ख्वाजा के ऊपर ही अकेले दो रिव्यू खराब करने को गहरा मुद्दा बताया। साथ ही उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा को भी नसीहत दी कि डीआरएस के लिए आपको विकेटकीपर को प्राथमिकता देनी चाहिए। मांजरेकर ने जडेजा और अश्विन को टॉप गेंदबाज तो कहा पर डीआरएस के मामले में अति उत्सुक (Excitable) भी बताया। आपको बता दें कि रवींद्र जडेजा ने रोहित शर्मा को दो रिव्यू के लिए मजबूर किया और दोनों ही मौकों पर स्पिनर की किस्मत अच्छी नहीं रही। पहले में तो बॉल ट्रैकिंग सिस्टम देखकर यह स्पष्ट था कि गेंद लेग स्टंप के बाहर पिच कर रही है। आखिरकार दोनों मौकों पर ख्वाजा बच गए।
क्या बोले मांजरेकर?
संजय मांजरेकर ने इस मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि, यह मेरे लिए बड़ा मुद्दा है। भारत ने दो रिव्यू ख्वाजा पर खराब कर दिए और दोनों में जडेजा ही थे। पहले रिव्यू में आपने देखा की टाइमर लगभग खत्म हो गया था। जब रोहित शर्मा ने देखा कि वह (जडेजा) ज्यादा उत्सुक हैं तो उन्होंने ले ही लिया रिव्यू जबकि गेंद लेग स्टंप के बाहर पिच कर रही थी। गेंद लेग स्टंप को करीब 6-8 इंच मिस करही थी। इसके बाद दूसरे में भी ऐसा ही दिखा। यही है कि जिस तरह भारत के स्टार खिलाड़ी रिव्यू के लिए उत्सुक रहते हैं। वहीं विकेट के पीछे मौजूद केएस भरत जो बेहतर समझ रखते हैं इसके प्रति उनके मत को अहमियत नहीं दी जाती है। जबकि विकेटकीपर इसको ज्यादा करीब से देख और समझ सकता है।
मांजरेकर यहीं पर नहीं रुके उन्होंने अश्विन और जडेजा को अति उत्सुक बताया और एलेक्स कैरी का जिक्र करते हुए कहा कि, एलेक्स कैरी रिव्यू के मामले में ऑस्ट्रेलियाई टीम के सीईओ का काम करते हैं। मुझे लगता है कि भरत जिन्हें अच्छा आइडिया है उन्हें भी यही अहमियत मिलनी चाहिए। जब बात डीआरएस पर आती है तो सीनियर और जूनियर का अंतर नहीं होना चाहिए। टाइमर ऑन होता है और जल्द ही आपको फैसला लेना होता है। अश्विन और जडेजा दोनों ही काफी उत्सुक रहते हैं। वह शानदार गेंदबाज जरूर हैं लेकिन रिव्यू के मामले में अति उत्सुक रहते हैं।
गौरतलब है कि भारत के 109 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन ही 47 रनों की लीड ले ली थी। उनके अभी भी 6 विकेट बाकी हैं। पीटर हैंड्सकॉम्ब और कैमरून ग्रीन क्रीज पर हैं। एलेक्स कैरी और मिचेल स्टार्क का आना बाकी है। भारत के पास अब एक भी रिव्यू नहीं है। पहले दिन ही तीनों रिव्यू टीम इंडिया ने खराब कर दिए और तीनों बार गेंदबाज रवींद्र जडेजा ही थे। ऐसे में दूसरे दिन टीम इंडिया के लिए बेहद मुश्किल हो सकता है क्योंकि फील्ड अंपायरिंग का भी स्तर जो मौजूदा समय में रहा है, उसे देखते हुए रोहित शर्मा के लिए चीजें आसान नहीं होने वाली हैं।