क्रिकेट के भगवान नाम से मशहूर महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर सोमवार 24 अप्रैल को अपना 50वां जन्मदिन मनाएंगे। इस दौरान उनकी कई बातें इस वक्त चर्चा का विषय बनी हुई हैं। उसी बीच एक और वाकिया सामने आया है जिसमें उनके पसंदीदा खिलाड़ी का नाम सामने आया है। कई क्रिकेट फैंस इस नाम के लिए सौरव गांगुली या राहुल द्रविड़ के बारे में सोच सकते हैं। लेकिन मास्टर ब्लास्टर का पसंदीदा इन दो में से कोई नहीं बल्कि अन्य खिलाड़ी था। सचिन के जन्मदिन से पूर्व एक किताब सामने आई है जिसमें सचिन से जुड़े कई किस्से हैं। उनके जीवन के कई किस्सों का पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एमएसके प्रसाद की नई किताब ‘सचिन@50: सेलिब्रेटिंग ए मेस्ट्रो’ में जिक्र हैा। इस किताब में तेंदुलकर को ‘ क्रिकेट का भगवान’ बताया गया है।
कौन था सचिन का पसंदीदा खिलाड़ी?
इस किताब के अनुसार दुनिया भर के क्रिकेट फैंस के चहते और अपने करियर में कई रिकॉर्ड कायम करने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन, वीवीएस लक्ष्मण की बल्लेबाजी के कायल हैं। तेंदुलकर ने 1999-2000 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान अपने पूर्व टीम के ‘पसंदीदा साथी वीवीएस लक्ष्मण की बल्लेबाजी की तारीफ करते हुए कहा कि, वह प्रतिभा के धनी हैं। वह गेंद को मुझसे एक सेकंड पहले देख सकते हैं। पुस्तक में पूर्व भारतीय क्रिकेटर एमएसके प्रसाद ने तेंदुलकर, द्रविड़, गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण से उस ऑस्ट्रेलिया दौरे (1999-2000) पर की गई बातचीत का जिक्र किया है। इस दौरे पर तेंदुलकर भारतीय टीम के कप्तान थे।
प्रसाद ने इस किताब में लिखा कि, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण तीनों उनके चहेते खिलाड़ी हैं। लेकिन तत्कालीन भारतीय कप्तान ने लक्ष्मण को अपना पसंदीदा खिलाड़ी घोषित किया था। भारत के पूर्व चयनकर्ता रहे प्रसाद के मुताबिक तेंदुलकर ने चेहरे पर हमेशा मुस्कान रखने वाले लक्ष्मण से कहा, अगर आप बिना मुस्कुराए मुझे अपना दांत दिखाएंगे, तो मैं आपको अपना चहेता खिलाड़ी मानूंगा। लक्ष्मण को लगा कि तेंदुलकर उनका मजाक बना रहे है लेकिन मास्टर ब्लास्टर ने द्रविड़ और गांगुली की तुलना में उन्हें अपना चहेता खिलाड़ी चुनने का कारण बताया। तेंदुलकर ने कहा, आप प्रतिभा के काफी धनी हैं। आप गेंद को मुझसे एक सेकेंड पहले देख सकते हैं। ईश्वर ने आपको असाधारण प्रतिभा दी है जिसे आप समझ नहीं पा रहे हैं।
सचिन के जन्मदिन पर होगा किताब का विमोचन
इस वाकिये में आगे तेंदुलकर ने कहा कि, मेरी बल्लेबाजी चार गीयर में होती है ‘डिफेंस, पुश, ड्राइव और लॉफ्ट’। मैं परिस्थितियों को समझ कर उसके मुताबिक खेलने की कोशिश करता हूं। लेकिन आपके पास इतनी प्रतिभा है कि आप (लक्ष्मण) सीधे चौथे गियर में बल्लेबाजी कर सकते हैं। आप गेंद को जल्दी देख लेते है और परिस्थितियों के बारे में ज्यादा चिंता नहीं करते है। ऐसे में आप कभी सफल होते हैं तो कभी असफल। जिस दिन आप पहले तीन गियर के बारे में समझ लेंगे आप इस खेल के महान खिलाड़ी बन जाएंगे। इस किताब का विमोचन तेंदुलकर के 50वें जन्मदिन पर सोमवार को किया जाएगा।